बिहार के मुजफ्फरपुर में बरुराज थाना क्षेत्र में सावन के दूसरे सोमवार को जल भरने जा रहे श्रद्धालुओं पर कुछ अराजक तत्वों द्वारा पथराव किया गया। जब बीच-बचाव के लिए पुलिस आई तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार हुआ।
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक एसडीएम अनिल कुमार दास ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि जब महिला श्रद्धालु यहाँ मस्जिद के पास से गुजर रहीं थीं, तभी कुछ लोगों ने उन पर पथराव किया।
इस घटना में जब बीच-बचाव करने पुलिस पहुँची तो मोतीपुर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर की वर्दी पर लगे स्टार को भी नोचने का प्रयास किया गया। यहाँ इस दौरान पुलिस वालों के साथ गाली-गलौच भी की गई। उन्हें डंडा लेकर दौड़ाया भी गया। लेकिन पुलिस ने फिर भी अपनी समझदारी से जल लेने जा रही तकरीबन 500 से भी ज्यादा महिला और बच्चियों को निकालकर सुरक्षित तिरहुत मुख्य नहर से पुल तक पहुँचाया। इस दौरान हालात को काबू में करने के लिए एसटीएफ के जवानों को भी बुलाना पड़ा।
Muzaffarpur: Stones were allegedly pelted on ‘Kanwariyas’ when they were passing by a mosque in Baruraj yesterday. SDM Anil Kumar Das said, “girls & women devotees were passing through the route when some anti-social elements pelted stones on them. Situation under control”.#Bihar pic.twitter.com/Xh6ZZ6X3dk
— ANI (@ANI) July 29, 2019
जानकारी के मुताबिक इलाके में बढ़ती अराजकता को देखते हुए श्रद्धालुओं को दूसरे मार्ग से निकालकार मंदिर परिसर में पहुँचाया गया। कुछ लोगों ने दावा किया कि पथराव करते हुए इलाके में राष्ट्र विरोधी नारे भी लगाए गए, लेकिन फिलहाल जिला प्रशासन को अभी इस दावे के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। एसडीएम ने आश्वासन दिया है कि अगर उन्हें देश विरोधी नारे लगाने के बारे में सबूत मिलेंगे तो वे इस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
बिहार: मुजफ्फरपुर में मस्जिद के पास महिला कांवरियों पर पथराव, इलाके में तनाव
— श्रीराम (@bjplao) July 30, 2019
लड़कियां और महिला श्रद्धालु मस्जिद के पास से गुजर रहीं थीं, तभी लोगों ने उन पर पथराव किया।
कुछ लोगों ने दावा किया कि पथराव के दौरान क्षेत्र में राष्ट्र विरोधी नारे भी लगाए गए https://t.co/b9RxPbhX8i
बता दें कि एसडीएम के मुताबिक इसी इलाके में पिछले रविवार को धार्मिक कार्यक्रम की घोषणा करते कुछ अन्य लोगों को भी पीटा गया था। जिसके बाद जिला प्रशासन ने हिंदू और समुदाय विशेष के लोगों के साथ बैठक की थी और तय किया था कि दोनों समुदाय शांति के साथ रहेंगे।