सार्वजनिक स्थलों के बाद गुरुग्राम में अब जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी कैम्पस के अंदर नमाज का मामला सामने आया है। आरोप है कि मुस्लिम छात्रों द्वारा कमरे में नमाज़ पढ़े जाने का हिन्दू छात्रों ने विरोध किया और जय श्री राम के नारे लगाए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुँची लेकिन किसी भी पक्ष द्वारा लिखित शिकायत न मिलने पर वापस लौट गई।
जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी से जुड़ा यह मामला मंगलवार (30 अगस्त 2022) का बताया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने नमाज के लिए अलग कमरा दिए जाने की बातों को अफवाह करार दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हंगामा कर रहे छात्रों का आरोप था कि यूनिवर्सिटी में मुस्लिम छात्रों को नमाज के लिए अलग से कमरा दिया गया है। विरोध कर रहे छात्रों का कहना था कि शिक्षा को किसी मत या मज़हब से नहीं जोड़ना चाहिए। इस दौरान छात्रों ने यूनिवर्सिटी की प्रॉक्टर तनूजा कौशिक को एक ज्ञापन भी सौंपा। छात्रों का कहना था कि उन्होंने इससे पहले भी कैम्पस में नमाज का विरोध किया था लेकिन उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया था।
इस मामले पर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार धीरेंद्र सिंह परिहार के मुताबिक विश्वविद्यालय में कई सालों से सभी धर्म के लड़के पढ़ते हैं और वो एक दूसरे से मिल-जुल कर रहते हैं। उनका कहना है कि कैम्पस में न सिर्फ भारत के विभिन्न हिस्सों से बल्कि दूसरे देशों के छात्र भी पढ़ाई करते हैं। धीरेन्द्र सिंह के मुताबिक शायद फुटबॉल खेलते हुए अफ्रीकी महाद्वीप के विदेशी छात्रों ने नमाज पढ़ी थी। परिहार के अनुसार छात्रों ने आपस में मामले को सुलझा लिया है और अब विवाद जैसी कोई बात नहीं है।
इस घटना के वायरल हो रहे एक वीडियो में छात्रों का समूह एक जगह खड़े हो कर नमाज का विरोध दर्ज करवा रहा है। वहीं दूसरे वीडियो में लड़के कॉलेज कैम्पस में समूह बना कर घूम रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।
ऑपइंडिया से बात करते हुए गुरुग्राम के सोहना थाने के SHO इंस्पेक्टर उमेश कुमार ने बताया कि फोन पर मिली सूचना के बाद वो जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी के अंदर गए थे लेकिन वहाँ कोई लिखित शिकायत किसी के भी तरफ से नहीं मिली। इंस्पेक्टर का कहना है कि हालात पूरी तरह से सामान्य हैं और यूनिवर्सिटी ने उन्हें बताया है कि यह उनका आंतरिक मामला था, जिसे उन्होंने सुलझा लिया है।
गौरतलब है कि विगत कुछ समय से सार्वजनिक स्थलों पर नमाज के विवाद को ले कर गुरुग्राम देश भर में चर्चा का केंद्र बना रहा था। मुख्यमंत्री खट्टर ने भी इस मामले में बयान देते हुए सार्वजानिक स्थल पर इबादत न करने की सलाह दी थी।