बीजापुर में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 23 जवान बलिदान हो गए थे तथा 31 जवान घायल हुए थे। एक जवान, राकेश्वर सिंह मनहास के लापता होने की खबर भी आई थी। अब नक्सलियों ने बंधक बनाए गए जवान राकेश्वर की फोटो जारी की है और कहा है कि सरकार बातचीत के लिए मध्यस्थ की नियुक्ति करे, जिसके बाद राकेश्वर को छोड़ दिया जाएगा। हालाँकि राकेश्वर के भाई ने कहा है कि उन्हें इस फोटो पर भरोसा नहीं है। नक्सली राकेश्वर का वीडियो अथवा ऑडियो जारी करें।
सीआरपीएफ के सूत्रों ने भी यह पुष्टि की है कि तस्वीर में दिखाई देने वाले शख्स कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास ही हैं और सीआरपीएफ उनकी रिहाई के प्रयास कर रही है।
A photo released by Naxals has been circulating in media, jawan in the photo is missing CoBRA jawan, appropriate action is being taken: CRPF sources pic.twitter.com/FycWLHnHqz
— ANI (@ANI) April 7, 2021
इसी बीच बीजापुर के एक पत्रकार गणेश मिश्रा ने यह दावा किया है कि उसके पास नक्सलियों के दो फोन कॉल आए, जिसमें उन्होंने बताया कि एक जवान उनके पास बंधक है। वह गोली लगने के कारण घायल है और उसका इलाज चल रहा है और उसे दो दिनों में रिहा कर दिया जाएगा। गणेश के मुताबिक नक्सलियों ने यह भी कहा कि जल्द ही जवान का फोटो और वीडियो जारी किया जाएगा।
I received two calls from Naxals that one jawan is in their custody. They said the jawan received bullet injury&was given medical treatment,& he’ll be released in 2 days. They said a video&photo of jawan to be released soon: Ganesh Mishra, a journalist from Bijapur, Chhattisgarh pic.twitter.com/2lXRNnfggX
— ANI (@ANI) April 7, 2021
हालाँकि कोबरा जवान राकेश्वर के भाई रणजीत सिंह का कहना है कि उन्हें इस फोटो पर संदेह है। यह फोटो राकेश्वर के मोबाइल की कोई पुरानी फोटो भी हो सकती है। रणजीत ने राकेश्वर का ऑडियो अथवा वीडियो जारी करने की माँग भी की है।
3 अप्रैल 2021 को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद अब नक्सलियों के द्वारा प्रेस नोट जारी करके हमले की पुष्टि की गई है और एक जवान के उनके कब्जे में होने की बात कही है। नक्सलियों द्वारा शर्त रखी गई है कि सरकार बातचीत के लिए मध्यस्थ की नियुक्ति करे, जिसके बाद जवान को रिहा कर दिया जाएगा।