नीति आयोग ने जुलाई-अगस्त 2021 के सर्वेक्षण के आधार पर देश के 112 आकांक्षी जिलों की डेल्टा रैंकिंग जारी की है। आयोग ने उत्तर प्रदेश के 8 आकांक्षी जिलों में से सात को डेल्टा रैंकिंग में शीर्ष 10 की सूची में स्थान दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार (12 अक्टूबर 2021) को सिलसिलेवार ट्वीट कर प्रदेशवासियों से यह जानकारी साझा की।
उन्होंने लिखा, ”नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग, जुलाई-अगस्त, 2021 में प्रदेश के 8 आकांक्षी जनपदों में से 7 जनपदों ने देश में टॉप-10 में स्थान बनाया है। यह प्रदेश के लिए एक उपलब्धि है।” मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, ”नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग जुलाई-अगस्त, 2021 में टॉप-10 में प्रदेश के जनपद फतेहपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, चित्रकूट, बहराइच, श्रावस्ती और चन्दौली सम्मिलित हैं।”
.@NITIAayog की डेल्टा रैंकिंग, जुलाई-अगस्त, 2021 में प्रदेश के 08 आकांक्षात्मक जनपदों में से 07 जनपदों ने देश में टॉप-10 में स्थान बनाया है।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) October 12, 2021
यह प्रदेश के लिए एक उपलब्धि है।
डेल्टा रैंकिंग देश के सभी आकांक्षी जिलों की एक रैंकिंग है, जिसमें विकास की राह पर प्रगति कर रहे विभिन्न जिलों को इसमें स्थान दिया जाता है। कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के निर्वाचन क्षेत्र केरल के वायनाड को इसमें नीचे से चौथा स्थान यानी 109वाँ स्थान हासिल हुआ है।
जिलेवार प्रगति
नीति आयोग की डेल्टा रैकिंग में ओडिशा का गजपति जिला पहले नंबर पर है, जबकि यूपी का फतेहपुर दूसरे नंबर पर है। बुनियादी ढाँचा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और बेहतर विकास जिले को इस रैकिंग में उच्च स्थान हासिल करने में मदद करते हैं।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण सड़क निर्माण, कृषि और जल संसाधनों में उल्लेखनीय प्रगति की है। यह तीसरे स्थान पर है। सोनभद्र जिला चौथे स्थान पर है, जिसने वित्तीय समावेशन, स्वास्थ्य एवं पोषण और कृषि एवं जल संसाधनों में उल्लेखनीय प्रगति की है।
चित्रकूट ने पीएमजीएसवाई और कृषि एवं वित्तीय समावेशन सहित ग्रामीण सड़क बुनियादी ढाँचे में सुधार करके सूची में पाँचवा स्थान हासिल किया है। छठे स्थान पर रहे श्रावस्ती जिले ने कृषि, वित्तीय समावेशन और स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में प्रगति की है। चंदौली ने ग्राम पंचायतों की इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार, कृषि, बुनियादी ढाँचे और वित्तीय समावेशन में उल्लेखनीय प्रगति करके सातवें स्थान पर जगह बनाई है। यूपी का आठवाँ आकांक्षी जिला बलरामपुर भी प्रगति की राह पर है और सूची में अपनी स्थिति में तेजी से सुधार कर रहा है। फिलहाल यह 18वें स्थान पर है।
वायनाड का खराब प्रदर्शन
कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी का निर्वाचन क्षेत्र वायनाड निचले 5 जिलों में ही अपना स्थान बना पाया है। यानी वो प्रगति की राह में पीछे रहा और 109वाँ स्थान ही हासिल कर पाया। आपको बता दें कि वायनाड केरल का एकमात्र ऐसा जिला है, जो आकांक्षी जिलों की सूची में शामिल है। वहीं, निचले 5 में जिलों में झारखंड का रामगढ़ और लातेहार, हिमाचल प्रदेश का चंबा और अरुणाचल प्रदेश का नामसाई शामिल हैं।