रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2000 रुपए के नोटों की वापसी का ऐलान किया है। इस ऐलान के बाद से मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक कई तरह की बातें चल रहीं हैं। दावा किया जा रहा था कि नोट बदलवाने के लिए लोगों को फॉर्म भरने के साथ ही एक आईडी प्रूफ भी देखना होगा। हालाँकि, अब SBI ने ऐसी खबरों का खंडन किया है।
SBI clarifies that the facility of exchange of Rs 2000 denomination bank notes upto a limit of Rs 20,000 at a time will be allowed without obtaining any requisition slip pic.twitter.com/TP6t2n9oeJ
— ANI (@ANI) May 21, 2023
दरअसल, देश के सबसे बड़े बैंक ‘स्टेट बैंक ऑफ इंडिया’ ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है। इस नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 2000 रुपये के नोट बदलवाने के लिए किसी भी व्यक्ति को न तो किसी प्रकार का आईडी प्रूफ देना है और न ही कोई फॉर्म भरना होगा। कोई भी व्यक्ति एक बार में 2000 रुपए के 10 नोट, यानी अधिकतम 20,000 रुपए बदलवा सकता है।
इसका सीधा मतलब यह है कि 23 मई 2023 से लेकर 30 सितंबर 2023 के बीच कोई भी व्यक्ति 2000 के नोट आसानी से बदल सकता है। इसी तरह बैंक अकाउंट में भी 2000 रुपये के नोट को जमा करने के लिए कोई भी अतिरिक्त फॉर्म नहीं या आईडी प्रूफ की आवश्यकता नहीं होगी। हालाँकि, बैंक में पैसे जमा करने के लिए जो नियम या सीमाएँ पहले से लागू हैं उनका सभी को पालन करना होगा।
1.) क्यों वापस लिए जा रहे ₹2000 के नोट
सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक दलों तक ₹2000 के नोटों की वापसी को लेकर कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। इसको लेकर अफवाह फैलाने की कोशिश भी हो रही है। हालाँकि किसी भी अफवाह में फँसने की जरूरत नहीं है। दरअसल, नवंबर 2016 में ₹500 और ₹1000 के नोट वापस लेने के बाद देश में नोटों की किल्लत न हो। इसलिए RBI ने ₹2000 के नोट जारी किए थे। जब मार्केट में ₹100, ₹200 और ₹500 के नोटों की मात्रा पर्याप्त हो गई तो सरकार ने साल 2018-19 में ₹2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी।
बड़ी बात यह है कि ₹2000 के कुल नोटों में से अधिकांश नोट साल 2017 के पहले ही जारी कर दिए गए थे। चूँकि एक नोट की लाइफ 4-5 वर्ष होती है। साथ ही लोगों द्वारा ₹2000 के नोटों का उपयोग भी कम किया जा रहा है। ऐसे में इन बातों को ध्यान में रखते हुए और भारतीय रिजर्व बैंक ने ‘क्लीन नोट नीति’ के अनुसार ₹2000 के नोट वापस लेने का ऐलान किया। ‘क्लीन नोट नीति’ के तहत RBI का उद्देश्य जनता को साफ, स्वच्छ व अच्छी गुणवत्ता वाले नोट मुहैया कराना है। इसके अलावा कैश लेस और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए भी RBI के इस कदम को कारगर माना जा रहा है।
2.) अब भी चल रहे हैं ₹2000 के नोट, 30 सितंबर तक तो चलेंगे ही
आम जनता के बीच सबसे बड़ा सवाल ₹2000 के नोटों की वैल्यू को लेकर है। इसको लेकर RBI ने साफ कहा है कि ये नोट अब भी चल रहे हैं। हालाँकि, 30 सितंबर 2023 तक नोट बैंक में जमा कराना होगा। लेकिन 30 सितंबर के बाद जिन लोगों के पास नोट बचे रहेंगे या बचे हुए नोटों का क्या होगा। इसके लिए RBI के आदेश में कुछ भी नहीं कहा गया है। ऐसे में फिलहाल यह साफ है कि इस साल सितंबर तक तो ₹2000 के नोट काम के ही हैं। इसके बाद के समय के लिए हो सकता है कि RBI एक अन्य गाइडलाइन जारी करे।
3.) नोट जमा करने या बदलने के नियम
कोई भी व्यक्ति किसी भी बैंक जाकर अपने ₹2000 के नोट जमा करा सकता है या फिर उन्हें बदल सकता है। 23 मई, 2023 से किसी भी बैंक में एक बार में सिर्फ 20000 रुपए यानी कि 2000 रुपए के अधिकतम 10 नोट ही बदले जा सकते हैं। लेकिन ₹2000 के नोट जमा कराने के लिए कोई सीमा नहीं है। हालाँकि इसके लिए KYC होना अनिवार्य है। नोटों को जमा कराने और बदलने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। साथ ही किसी प्रकार के फॉर्म या आईडी प्रूफ की भी आवश्यकता नहीं होगी।
4.) ₹20000 रुपए से अधिक नकदी चाहिए तो
सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि किसी को 20 हजार रुपए से अधिक की नकद राशि चाहिए तो उसे क्या करना होगा? जैसा कि ऊपर बताया गया है कि 2 हजार के नोट जमा करने के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं है। ऐसे में 2 हजार के नोट जमा करने के बाद बैंक से अपनी जमा राशि ₹100, ₹200, ₹500 के नोटों में (बैंक की सीमा के अनुसार) निकाली जा सकती है।
5.) जनता को नहीं होगी समस्या
देश के सभी बैंकों के अलावा RBI के 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में नोटों को जमा कराने और बदलने की सुविधा दी गई है। चूँकि देश में नकदी की कमी नहीं है। ऐस में आम जनता को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों और बुजुर्गों के लिए आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने हेतु बैंकों को दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं। हालाँकि फिर भी बैंकों तक आने-जाने में होने वाली समस्याएँ तो आम हैं।