तीन तलाक़ बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही अब कानून बन चुका है। ऐसे में मुस्लिम महिलाओं में न्याय पाने की उम्मीद जगी है। मंगलवार को राज्यसभा में तीन बिल के पास होने के बाद से ही एक साथ तीन तलाक देना अपराध की श्रेणी में आ गया है। ऐसे में तीन तलाक़ के कई मामले तेजी से रिपोर्ट हो रहे हैं। इसी कड़ी में, बुधवार को ग्रेटर नोएडा के दनकौर में तीन तलाक का एक ऐसा ही मामला रिपोर्ट हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा महज एक लाख रुपए दहेज नहीं दे पाने के कारण तीन तलाक का मामला सामने आया है। बता दें कि दनकौर निवासी हाजी जहूर ने अपनी बेटी समीना और शबाना का निकाह दादरी के नई आबादी निवासी इकबाल व इदरीश से करीब 14 साल पहले की थी। जहूर का आरोप है कि शादी के बाद से ही समीना के पति इकबाल और अन्य लोग दहेज के लिए प्रताड़ित करते रहे। शुरूआती दौर में बेटी का घर सलामत रहे, इसके लिए पैसे दिए भी। लेकिन बाद में बेटियों से मारपीट भी करने लगे तो कोर्ट में वाद दायर किया गया।
बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ तो मामला शांत हो गया। अभी फिर से दहेज़ की बात उठने लगी तो 27 जुलाई की रात 8 बजे दोनों बेटियों के साथ फिर से मारपीट की गई। इस बीच इकबाल ने समीना को ट्रिपल तलाक दे दिया। फिर मारपीट कर घर में ही बंधक बना लिया। इसका विरोध करने पर पीड़िता की बहन शबाना, जो आरोपित के छोटे भाई इदरीश की पत्नी है, उसे भी तीन तलाक दिलवाने की धमकी दी गई। महिला ने विरोध किया तो दोबारा निकाह के लिए देवर से हलाला का दबाव बनाया जाने लगा। पीड़िता तीन बच्चों की माँ है यह भी बताया जा रहा है।
अगले दिन समीना के पिता ने दादरी थाने में शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने समीना को उसके मायके वालों के हवाले कर दिया। पीड़िता के पिता हाजी जहूर ने सूरजपुर एसएसपी को लिखित शिकायत की है कि पीड़िता के ससुराल वाले पहले भी उसके साथ मारपीट करते थे। उसने इस मामले में ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत भी की थी, लेकिन बाद में समझौता हो गया था।
फिलहाल, शिकायत में सभी आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उचित कार्रवाई करने की माँग की गई है।