उत्तराखंड में स्थित IIT रुड़की के ‘आजाद भवन’ नामक हॉस्टल की मेस में सप्ताह में दो दिन नॉनवेज भोजन शुरू कर दिया गया। इसके खिलाफ छात्रों ने हॉस्टल के मेस के बाहर 2 दिनों तक बैठ कर धरना दिया। इस संस्थान में जितने भी हॉस्टल हैं, उनमें से केवल इसी के मेस में अब तक मांसाहारी भोजन नहीं बनाया जाता था। ये शुद्ध शाकाहारियों के लिए था।
‘अमर उजाला’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, हॉस्टल के तकरीबन 50 छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए इस मेस में बनने वाला खाना खाने से इनकार कर दिया। इन सभी छात्रों ने ‘डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर (DSW)’ को इस मामले की शिकायत भी की है। संस्थान प्रबंधन ने सभी छात्रों को दोनों तरह का खाना खाने की छूट होने की बात कही है।
IIT रुड़की में 2015 तक छात्रों को सभी मेस में शाकाहारी भोजन ही मिलता था। हालाँकि, कुछ छात्रों ने मांसाहारी भोजन की माँग की और उनके आगे झुकते हुए कॉलेज प्रबंधन ने हॉस्टलों में नॉनवेज खाने का बंदोबस्त किया। लेकिन, ता भी ‘आज़ाद भवन’ हॉस्टल के मेस में शाकाहारी भोजन ही बन रहा था।
असल में शाकाहारी भोजन करने वाले छात्रों ने भी नॉनवेज खाने का विरोध शुरू कर दिया था, जिसके बाद मामले को शांत कराने के लिए ‘आजाद भवन’ हॉस्टल की मेस को सिर्फ शाकाहारी भोजन के लिए आरक्षित किया गया था। तभी से इस हॉस्टल की मेस में केवल वेज खाना बन रहा था, लेकिन अब छात्रों का कहना है कि मेस में नॉनवेज खाने को भी शामिल कर दिया गया है।
यहाँ से शुरू हुआ था पूरा मामला
आईआईटी रुड़की के ‘आजाद भवन’ हॉस्टल के छात्रों को पहली बार रविवार (21 अगस्त, 2022) को नॉनवेज परोसा गया, जिसका उन्होंने विरोध किया। इसके बाद उन्हें बताया गया कि मालूम चला कि बुधवार को भी मेस में नॉनवेज ही परोसा जाएगा। फिर छात्रों ने विरोध को तेज करते हुए, मंगलवार और बुधवार को भी मेस के गेट के बाहर हाथों में थाली लेकर विरोध किया तथा खाना भी नहीं खाया।
छात्रों ने गुरुवार (25 अगस्त, 2022) को नॉनवेज परोसे जाने के विरोध में ‘डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर’ को एक लिखित में शिकायत भी सौंपी है। छात्रों की माँग है कि यदि संस्थान कुछ चुनिंदा हॉस्टलों के मेस में ही मांसाहारी भोजन की व्यवस्था करे, ताकि नॉनवेज खाने वाले छात्र वहाँ जाकर खा सकें। छात्र सभी हॉस्टलों के मेस में मांसाहारी भोजन परोसे जाने के खिलाफ हैं।
प्रोफेसर ने विरोध शांत होने की बात कही
IIT रुड़की के DSW प्रोफेसर एमके बरुआ ने कहा, “जो छात्र जिस प्रकार का खाना खाना चाहता है, उसे उसकी छूट मिलनी चाहिए। मेस में नॉनवेज और वेज – दोनों प्रकार के खाने की व्यवस्था है। यदि कोई छात्र वेज खाना चाहता है तो वह वेज ले सकता है। कुछ छात्र शिकायत लेकर आए थे, लेकिन सभी को समझा दिया गया है। अब विरोध जैसी कोई बात नहीं है।”