ओडिशा के बालासोर में 2 जून 2023 को हुए भीषण ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 290 हो गई है। इस हादसे में लगभग 1000 लोग घायल हुए हैं। मृतकों में से अभी 81 शवों की पहचान अभी भी नहीं हो पाई है। जो लोग घायल हुए हैं, वे पोस्ट ट्रॉमा डिस्ऑर्डर से पीड़ित हैं। वे कभी डर जा रहे हैं तो कभी चिल्लाने लग रहे हैं। डॉक्टर उनकी सामान्य जिंदगी के लिए काउंसलिंग कर रहे हैं।
जिन 81 शवों की अभी पहचान नहीं हो पाई है, उनके सामूहिक दाह-संस्कार की योजना सरकार बना रही है। वहीं, इस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि एवं उनकी आत्मा की शांति के लिए बहानगा बाजार के लोगों ने रविवार (11 जून 20211) को हिंदू रीति-रिवाज में मृत्यु के दसवें दिन को होने वाले दसकर्म (दसवाँ) और सामूहिक मुंडन का आयोजन किया।
दुर्घटना के 10वें दिन स्थानीय लोगों ने कराया मुंडन
दुर्घटना के समय स्थानीय लोगों ने पूरी लगन के साथ बचाव कार्य किया था और घायलों को बचाने अस्पताल में भर्ती कराने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर रक्तदान किया था। स्थानीय लोगों ने कहा कि यह त्रासदी उनकी अपनी है। इसमें 200 से अधिक युवा और बुजुर्ग ‘मुंडन’ करा रहे हैं।
VIDEO | The locals of Bahanaga observe a mass mundan (tonsuring) programme and Dasaha (10th day) rituals to pay tribute to the victims of #OdishaTrainAccident. pic.twitter.com/Tcr0W2uEV1
— Press Trust of India (@PTI_News) June 11, 2023
तीन दिन तक चलने वाला यह कार्यक्रम घटना के 10वें दिन रविवार से शुरू हुआ और यह मंगलवार (13 जून 2023) को गायत्री महायज्ञ के साथ समाप्त होगा। सोमवार से विश्व शांति महायज्ञ के साथ एक अष्टपराहार नाम का यज्ञ (इसमें 24 घंटे हरे राम हरे कृष्ण का जप होगा) का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही मृतकों की आत्मा की शांति के लिए एक सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है।
महायज्ञ का आयोजन
इसके बाद वेद का पाठ किया जाएगा। दुर्घटना स्थल पर गायत्री मंत्र का जाप किया जाएगा। इसके लिए चार जिलों से गायत्री परिवार के सदस्य पहुँच चुके हैं। तीसरे और अंतिम दिन शांति, समृद्धि और शुद्धिकरण के लिए विशाल गायत्री महायज्ञ के साथ इस कार्यक्रम संपन्न होगा। इस दौरान कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद 5,008 दीपदान (दीये जलाने के बाद कार्यक्रम समाप्त हो जाएगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कार्यक्रम प्रभावित परिवारों और समुदाय को आराम पहुँचाने में मदद करने के उद्देश्य से किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए बहानागा उच्च विद्यालय के मैदान में तैयारी की गई है। दुर्घटना के बाद इस स्कूल को अस्थाई मुर्दाघर बनाया गया था, जहाँ 288 शवों को रखा गया था। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
जिस स्कूल में रखे थे शव, उसमें जाने से बच्चे भयभीत
बताते चलें कि रेल दुर्घटना 2 जून 2023 को बालासोर जिले के बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास हुई थी। स्टेशन के पास ही स्थित एक विद्यालय में मृतकों के शवों को रखा गया था। बाद में स्कूल के छात्र और शिक्षक इस स्कूल आने से डरने लगे। उन्होंने कहा था कि उन्होंने स्कूल में इतनी बड़ी संख्या में अंग-भंग वाले शवों को देखा था, इसलिए वे विचलित हो रहे हैं।
#WATCH | Odisha | Parts of Bahanaga school building in Balasore are being razed. This comes after the parents expressed their reluctance in sending their children to school after it was turned into a temporary mortuary for the deceased of #BalasoreTrainAccident
— ANI (@ANI) June 9, 2023
A teacher says,… pic.twitter.com/dm4zt5mHwZ
शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने कहा था कि ये दृश्य देखकर उन्हें स्कूल में ना पढ़ाई में मन लगा रहा है और ना ही वे घर पर चैन से रह पाते हैं। उन्हें रातों में नींद भी नहीं आती। इसके लोगों ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर स्कूल के भवन को तोड़कर नई इमारत तैयार करने और विद्यालय में पूजा-पाठ कराने का आग्रह किया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने आग्रह पर तुरंत संज्ञान लिया।
जिलाधिकारी ने स्कूल का दौरा करने के बाद इसकी बिल्डिंग को ढहा करके नया बिल्डिंग बनाने का आदेश दिया। इसके बाद यह काम शुरू हो गया। डीएम ने कहा कि स्कूल की इमारत जर्जर हो गई थी, इसलिए उसका जो हिस्सा जर्जर हुआ था, उसका पुनर्निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने भूत-प्रेत जैसी अंधविश्वास को पूरी तरह खारिज कर दिया था। भवन पुनर्निर्माण को इससे अलग मुद्दा बताया था।
दुर्घटना के घायल रोने और चीखने लगते हैं
इस दुर्घटना में जो लोग घायल हुए हैं, वे अब शारीरिक चोट से उबर रहे हैं, लेकिन मानसिक रूप से पोस्ट ट्रॉमा डिस्ऑर्डर से ग्रसित हो रहे हैं। कोई अचानक रोने लगता है तो किसी को रात में नींद नहीं आ रही है। कटक के SCB मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती 105 मरीजों में से 40 मरीजों में ये लक्षण देखने को मिल रहे हैं। डॉक्टरों ने अब सभी मरीजों को काउंसलिंग शुरू कर दी है।