बंगाल की खाड़ी में उठा भीषण चक्रवाती तूफान फोनी ओडिशा के पुरी से टकरा चुका है। इस तूफान के अगले 3 घंटे तक रहने की आशंका है। तकरीबन 10,000 गाँव और 52 शहरों पर इसका सीधा असर पड़ने वाला है। इस विनाशकारी तूफान से बचाव के लिए लगभग 11 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया गया है और साथ ही समुद्री इलाकों में रहने वाले लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। भारतीय नौसेना और एनडीआरएफ को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
Breaking: ओडिशा के तट से टकराया फोनी चक्रवात, 200 किमी प्रति घंटा रफ्तार से चल रही हवा…#CycloneFani pic.twitter.com/YyKAHn9Z1y
— Zee News Hindi (@ZeeNewsHindi) May 3, 2019
बंगाल की खाड़ी के गर्म होने की वजह से फोनी तूफान की स्थिति बनी है। मौसम अधिकारी इस पर नज़र बनाए हुए हैं और इसकी पल पल की जानकारी प्रधानमंत्री को दी जा रही है। फिलहाल इस प्रचंड तूफान की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा है, लेकिन इसके बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ऐसा बताया जा रहा ये तूफान बंगाल के पूर्वी मिदनापुर से भी टकरा सकता है।
भुवनेश्वर में काफी तेज हवा चल रही है और बारिश भी लगातार हो रही है, जिसकी वजह से हालात बेहद मुश्किल बने हुए हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हवा की रफ्तार बढ़कर 205 किमी प्रति घंटा तक हो सकतती है।
बता दें कि इस तूफान का असर ओडिशा के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के अलावा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, सिक्किम, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी देखने को मिल सकता है। इसके लिए उत्तर प्रदेश के किसानों को सलाह दी गई है कि फसलों को नुकसान से बचाने के लिए अनाज को ऐसी जगह पर रखें, जहाँ पर आँधी-पानी का असर कम पड़े। वहीं, ओडिशा को लेकर संभावना जताई जा रही है कि राज्य के कम से कम 14 जिले इस तूफानी चक्रवात की चपेट में आ सकते हैं।