अराजक तत्वों ने पुरी के ‘मौसी माँ’ मंदिर में बुधवार (31 मार्च 2021) की रात चोरी कर चार हजार रुपए नगद और अन्य बहुमूल्य वस्तुएँ ले गए। रिपोर्ट्स के अनुसार चोरों ने दान पात्र का ताला तोड़कर चोरी की। ‘मौसी माँ’ मंदिर पुरी के जगन्नाथ मंदिर से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। रथ यात्रा की परंपराओं में इस मंदिर का बहुत महत्व है।
स्थानीय निवासियों ने मंदिर में हुई चोरी के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र में अपराध और अवैध नशे का व्यापार बढ़ता जा रहा है। ‘मौसी माँ’ मंदिर के भीतर चोरी होना एक गंभीर बात है। निवासियों ने शहर के सीसीटीवी कैमरों की खराबी पर भी आक्रोश व्यक्त किया।
हालाँकि पुरी एसपी विशाल सिंह ने कहा कि चोरों ने दान पात्र से चार हजार रुपए नगद चुराए हैं। इसके अतिरिक्त अन्य बहुमूल्य वस्तुओं की चोरी की खबर सही नहीं है। सिंह के अनुसार कुछ संदिग्धों की पहचान की गई है और उनसे पूछताछ जारी है। मंदिर के मुख्य पुजारी के अनुसार चोरों ने दानपात्र में कुछ भी नहीं छोड़ा। मूर्ति के आभूषण चोरी होने से बच गए हैं, क्योंकि रात्रि में मंदिर के कपाट बंद होने से पहले मूर्ति से आभूषण उतार लिए जाते हैं।
इस साल जनवरी में लुटेरों ने पुरी जिले के पिपिली क्षेत्र के काकुड़िया स्थित 13वीं शताब्दी के श्री गोपीनाथदेव मंदिर का ताला तोड़कर पुरानी धातु की मूर्तियों को चुरा लिया था। पिछले महीने उन लुटेरों को गिरफ्तार किया गया था।
‘मौसी माँ’ मंदिर भगवान जगन्नाथ की मौसी को समर्पित है। प्रत्येक वर्ष होने वाली रथ यात्रा में इस मंदिर का विशेष स्थान है। ‘बहुड़ा यात्रा’ के दौरान भगवान जगन्नाथ का रथ ‘मौसी माँ’ मंदिर के सामने रुकता है और भगवान वहाँ से ‘पोड पिठा’ ग्रहण करते हैं।