दिल्ली के खान मार्केट मेट्रो स्टेशन के पास 24 जनवरी की रात 1 बजे के करीब, 6 लोगों ने कथित तौर पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। स्थानीय लोगों ने पुलिस से इसकी शिकायत की। शिकायत पर तुरंत संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस ने मौके पर पहुँच कर घटना में शामिल दो पुरुषों, एक नाबालिग और तीन महिलाओं को थाने ले गई।
Delhi| PCR call about 6 people heard sloganeering Pakistan Zindabad near Khan Market metro station received last night. It was found that during racing on rental bikes, they kept each other’s names based on countries incl Pakistan. The slogan was raised in a lighter vein: Police
— ANI (@ANI) January 24, 2021
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि इन लोगों ने यहाँ किराए पर बाइक्स लीं और एक-दूसरे से रेस लगाने लगे। इस दौरान उन्होंने एक-दूसरे का नाम देशों के नाम पर रखा, जिनमें पाकिस्तान भी शामिल था।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कहा कि नारे “हल्के-फुल्के अंदाज” में लगाए गए थे। वहीं समूह ने बताया कि वे कम आवाज़ में नाम ले रहे थे, लेकिन कुछ लोगों ने उन्हें यह बोलते हुए सुन लिया और पुलिस को सूचित कर दिया।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में बताया, तुगलक रोड पुलिस स्टेशन को एक पीसीआर कॉल आई। जिसमें उन्होंने बताया कि खान मार्केट मेट्रो स्टेशन के पास’ पाकिस्तान जिंदाबाद ’के नारे लगाए गए हैं। लोकेशन पर पहुँचकर पुलिस को मौके पर तीन महिलाएँ, दो पुरुष और एक किशोर नीले रंग की युलु बाइक के साथ मिले।
पुलिस का कहना है कि रेस के दौरान जिस शख्स का नाम पाकिस्तान के नाम पर रखा गया था, उसकी हौसलाअफजाई के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा दिए। ये लोग परिवार के साथ इंडिया गेट के आसपास घूमने आए थे और युलु बाइक किराए पर ली थी। मजे करने के लिए आपस में रेस लगा रहे थे। मजे-मजे में इन लोगों ने धीमी आवाज में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा दिए। हालाँकि मामले में पुलिस की तहकीकात जारी है।
गौरतलब है कि 26 जनवरी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है और संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। एनआईए की रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तानी आतंकवादी और नक्सली आतंकवादी हमला और दुष्प्रचार फैलाने के लिए चल रहे किसान विरोध प्रदर्शनों का सहारा ले सकते हैं। गणतंत्र दिवस पर प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली पुलिस और किसान यूनियनों के बीच मामला काफी गरम है। यूनियन का दावा है कि पुलिस ने उन्हें अनुमति दे दी, लेकिन वहीं दिल्ली पुलिस ने इसका खंडन किया है।