Tuesday, November 5, 2024
Homeदेश-समाजआतंकी हाफिज सईद के नाम से अलीगढ़ में जारी हुए फतवे: साम्प्रदायिक तनाव...

आतंकी हाफिज सईद के नाम से अलीगढ़ में जारी हुए फतवे: साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाने का था लक्ष्य, FIR दर्ज

पुलिस ने लोगों के बीच डर फैलाने के लिए आईपीसी की दफा 505 (1)(b) और पब्लिक सर्वेंट के दिए आदेश की नाफ़रमानी के लिए दफा 188 के तहत कोतवाली पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया है। बड़ी संख्या में पैम्प्लेट्स मिले हैं जो इस बात का साफ़ संकेत करता है ये शहर का माहौल बिगड़ना चाहते थे।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पुलिस ने मुम्बई हमले के मास्टरमइंड आतंकी हाफिज सईद के नाम से जारी कथित फतवे के सिलसिले में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। हाफिज सईद संयुक्त राष्ट्र में सूचित वैश्विक आतंकी है जिसके सिर पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा हुआ है। जिले के एसपी अरविन्द कुमार ने मीडिया को बताया कि इस मामले की पड़ताल हम गहराई से कर रहे हैं। एसपी अरविन्द कुमार ने बताया कि जो पर्चा बाँटा गया है वह काफी आपत्तिजनक है और जिले में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला हो सकता था।

पुलिस ने लोगों के बीच डर फैलाने के लिए आईपीसी की दफा 505 (1)(b) और पब्लिक सर्वेंट के दिए आदेश की नाफ़रमानी के लिए दफा 188 के तहत कोतवाली पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया है। एफआईआर के अनुसार, बड़ी संख्या में पैम्प्लेट्स मिले हैं जो इस बात का साफ़ संकेत करता है ये शहर का माहौल बिगड़ना चाहते थे।

याद रहे कि अलीगढ़ के ऊपरकोट इलाके में 23 फरवरी के बवाल के दौरान बाबरी मंडी में इलाके में सांप्रदायिक विवाद हुआ था। जिसमें एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई थी जिसके बाद से बाबरी मंडी में रह रही हिन्दू आबादी बेहद डरी सहमी रही थी। 11 मार्च को जुम्मे की नमाज से पहले स्थितियाँ ऐसी बनीं थीं कि मुस्लिम फ़सादियों के डर से लोगों ने रातभर जागकर काटीं। इसी दौरान यहाँ के बजरिया क्षेत्र में वो पर्चे बाँटे गए थे, जिसे आतंकवादी हाफिज सईद का फतवा कहा गया था और जिसके संबंध में पुलिस जाँच कर रही है। मीडिया में आई खबरों के अनुसार बाँटे गए पर्चे में कहा गया था कि इस पत्र को भारत की साढ़े तीन लाख मस्जिद में जुमे के दिन पढ़ाया गया है। खबरों के अनुसार इस पर्चे में प्रधानमंत्री से लेकर देश के लिए आपत्तिजनक बातें लिखी हुईं थीं। यह पर्चे बजरिया के अलावा प्रमुख दुकानों पर भी बाँटे गए थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

15 साल की दलित नौकरानी की हत्या में गिरफ्तार हुआ मोहम्मद निशाद और उसकी बीवी, लेकिन मीडिया ने ‘दीवाली’ को घसीटा: हिंदुओं से ये...

जिस दलित नौकरानी की हत्या में पुलिस ने मुस्लिम दंपती को गिरफ्तार किया है, मीडिया ने उसकी खबर को भी 'दीपावली' से जोड़ दिया।

भारत-बांग्लादेश-म्यांमार को काटकर ईसाई मुल्क बनाने की रची जा रही साजिश? जिस अमेरिकी खतरे से शेख हसीना ने किया था आगाह, वह मिजोरम CM...

मिजोरम CM लालदुहोमा ने कहा, "हमें गलत बाँटा गया है और तीन अलग-अलग देशों में तीन अलग सरकारों के अधीन रहने के लिए मजबूर किया गया है।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -