संसद की सुरक्षा चूक के मामले में पकड़े गए 5 लोगों को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी लोग एक दूसरे से 4 साल से संपर्क में थे और काफी प्लानिंग के बाद इस काम को अंजाम दिया गया। यही नहीं, आरोपितों ने पहले संसद की रेकी भी की थी। पुलिस ने कहा है कि इसे संसद में हमला ही माना जाए। दिल्ली पुलिस ने सभी आरोपितों को NIA की स्पेशल कोर्ट में पेश किया और 15 दिन की रिमांड माँगी थी। हालाँकि, कोर्ट ने सभी आरोपितों को 7 दिनों के लिए रिमांड मंजूर कर ली।
दिल्ली पुलिस ने NIA की स्पेशल कोर्ट को बताया कि इस पूरी प्लानिंग की तह तक जाने के लिए उसे कई शहरों में जाना पड़ेगा। ऐसे में आरोपितों को 15 दिनों की रिमांड दी जाए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार किए गए सभी लोग बेहद शातिर हैं और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूछताछ में रटे-रटाए जवाब दे रहे हैं। इन सभी के ऊपर UAPA के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम और अमोल शिंदे के अलावा विशाल उर्फ विकी नाम के युवक को भी गिरफ्तार किया गया है, जबकि इनका एक साथी ललित झा अभी फरार है।
गुरुग्राम में तैयार हुई संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की प्लानिंग
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि संसद में सुरक्षा को सेंध लगाने के लिए काफी बारीकी से तैयारी की गई थी। उन्होंने बाकायदा सांसद से जारी होने वाले पास का इंतजाम भी किया था और अपने संपर्कों का इस्तेमाल किया था। ‘न्यूज 18’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस वारदात को 13 दिसंबर को अंजाम दिया गया लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो 10 दिसंबर की रात को ही ललित झा गुरुग्राम स्थित विकी के घर आ गया था। अगली सुबह कर्नाटक के बेंगलुरु से मनोरंजन फ्लाइट पकड़कर वहाँ पहुँच गया।
इसके बाद तीन रात सभी लोग गुरुग्राम के फ्लैट में ही रहे और संसद की एंट्री पास के इंतजाम में लग गए। यहीं हुई मीटिंग में तय किया गया था कि सागर और मनोरंजन लोकसभा के अंदर घुसकर प्रदर्शन करेंगे और नीलम, अमोल और ललित संसद के बाहर रहेंगे।
संसद की दो बार रेकी
‘दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना को अंजाम देने के लिए संसद भवन की 2 बार रेकी की गई थी। संसद भवन की रेकी सागर और मनोरंजन ने इसी साल के मार्च और जुलाई महीने में की थी। इन्हें पहली बार में ही बड़ी सफलता मिल गई थी और वो संसद में घुसने में कामयाब भी हो गए थे। सभी आरोपित फेसबुक पेज के माध्यम से एक-दूसरे से मिले थे और करीब संसद में घुसने की प्लानिंग कर रहे थे। वो लोग आपस में कई बार मिले थे और आखिरी बार गुरुग्राम में विशाल के फ्लैट में एक साथ रहे भी।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि छह लोगों ने साज़िश रचकर और अच्छी तरह से किए गए समन्वय के जरिए घटना को अंजाम दिया और ये सभी इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया मंचों के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे, जहाँ उन्होंने साज़िश रची थी। यही नहीं, ये सभी 6 लोग संसद के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन केवल दो को ही पास मिल पाया था।
गृहमंत्री अमित शाह ने दिया बयान
इस मामले में गृहमंत्री अमित शाह का बयान आया है। उन्होंने कहा कि ये एक बड़ा गंभीर मसला है, लोकसभा अध्यक्ष ने इसका गंभीर संज्ञान लिया है। विपक्ष इस पर राजनीति कर रहा है। अमित शाह ने कहा कि मैं ये नहीं कह रहा हूँ कि कहीं चूक नहीं हुई है। चूक निश्चित हुई है, तभी तो घटना हुई है। इस घटना पर लोकसभा अध्यक्ष ने ही संज्ञान लिया है, और उन्होंने इसकी कमेटी बनाकर इसकी जाँच की है। हमने एफ़आईआर भी दर्ज कर दी है। कमेटी भी बन रही है, 15-20 दिन में रिपोर्ट लोकसभा स्पीकर को सौंप दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें दो राय नहीं होनी चाहिए कि संसदीय सुरक्षा को पुख्ता बनाने की दिशा में सभी कदम उठाए जाएंगे।
बता दें कि बुधवार (13 दिसंबर 2023) को दो लोगों ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाई थी और लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बाधा पहुँचाई। दो लोगों सागर शर्मा और मनोरंजन डी ने लोकसभा के अंदर रंगीन गैस छोड़े थे और इसके लिए उन्होंने खास तौर पर अपने जूतों में बदलाव भी कराया था। इन दोनों के अलावा नीलम और अमोल शिंदे ने संसद भवन के बाहर रंगीन गैस छोड़े थे। सभी आरोपितों ने गिरफ्तारी के समय राजनीतिक नारे भी लगाए थे।