पंजाब के पटियाला के त्रिपड़ी इलाके में लॉकडाउन के दौरान सड़क पर बिना मास्क घूमने वाले युवकों को टोकने पर एक हवलदार से मारपीट का मामला सामने आया है। आरोपितों में से दो की पहचान एक कॉन्ग्रेस नेता के भाई के रूप में हुई है। इनके साथ तीसरा शख्स शराब तस्कर था। पुलिस ने सभी आरोपितों के ख़िलाफ़ केस दर्ज कर लिया है।
हवलदार का कहना है कि जब उन्होंने बिना मास्क के गाड़ी में घूमते हुए युवकों को रोका, तो उन्होंने उनके साथ ही बदसलूकी शुरू कर दी। युवक हवलदार से ही पूछने लगे- तू कौन होता है मास्क पहनाने वाला।
इस घटना के बाद हवलदार शेर सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि वह पीसीआर विंग के ASI अजीत सिंह व दलीप सिंह के साथ त्रिपड़ी स्थित गुरु नानक नगर चौक पर लोगों को मास्क पहनने के लिए जागरूक कर रहे थे।
इसी दौरान कार में बिना मास्क लगाए तीन युवक वहाँ पहुँचे। हवलदार की नजर उनपर पड़ी तो उन्होंने तीनों युवकों से मास्क न पहनने व लॉकडाउन में बाहर घूमने की वजह पूछी। लेकिन जवाब देने की बजाय वो तीनों भड़क गए और बोले, मास्क पूछने का अधिकार हवलदार को नहीं है।
जब हवलदार शेर सिंह ने इस घटना का वीडियो बनान शुरू किया तो युवकों ने अपने साथी को फोन करके बुला लिया। बाद में युवकों ने हवलदार के साथ गाली-गलौच करके उससे मारपीट की। पर, जैसे ही लोगों ने इलाके में इकट्ठा होना शुरू किया वे सभी कार में भाग गए।
पड़ताल में आरोपितों की पहचान मनी, गिफ्टी, रिक्की व नानू के रूप में हुई। इनमें से रिक्की पर शराब तस्करी का केस दर्ज है। मनी और गिफ्टी पटियाला टू व्यापार मंडल के प्रधान गुरजीत सिंह बंटी के भाई हैं।
दैनिक जागरण की खबर के अनुसार, घायल हवलदार को इस घटना के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहाँ उनपर समझौते का दबाव बनाया जाने लगा। बाद में वे छुट्टी लेकर अस्पताल से चले गए और अपनी शिकायत दर्ज करवा दी। अभी तक किसी आरोपित के गिरफ्तार होने की सूचना नहीं है।
रिपोर्ट के मुताबिक, थाना त्रिपड़ी के इंचार्ज हरजिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा है कि आरोपितों ने ड्यूटी पर तैनात कर्मियों पर हमला किया था। एक आरोपित के खिलाफ शराब तस्करी का मामला त्रिपड़ी थाने में ही दर्ज है, जबकि दो आरोपित कॉन्ग्रेस नेता के भाई हैं।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के पहले चरण से ही पुलिस पर हमले की बहुत खबरें आ चुकी हैं। लेकिन अब पटियाला का ये मामला बिलकुल नया है। जिससे पता चलता है कि लंबे समय से स्थिति को जानने समझने के बाद भी कुछ लोगों को अभी समझ नहीं आया कि कोरोना काल में क्या सावधानियाँ बरतनी हैं और कैसे उन लोगों का सम्मान करना है जो हमारी सुरक्षा के लिए कोरोना वॉरियर्स के रूप में तैनात किए गए हैं।