Sunday, November 17, 2024
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पहले ‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर PM मोदी ने बिरसा मुंडा को दी पुष्पांजलि, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का किया लोकार्पण

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ''पुरानी सरकारों ने सिर्फ एक परिवार को महिमामंडित किया, बल्कि आदिवासियों के योगदान को अपने षड्यंत्र से भुलाया। प्रधानमंत्री जी ने जनजातीय गौरव दिवस की घोषणा करके भारत माता का कर्ज उतारा है।''

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में सोमवार (15 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। जनजातीय गौरव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सभी लोगों को बिरसा मुंडा के जन्मदिन की शुभकामनाएँ दीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगूभाई पटेल सहित कई नेता मौजूद रहे। साथ ही प्रधानमंत्री ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का लोकार्पण भी किया। पहले इस स्टेशन का नाम हबीबगंज रेलवे स्टेशन था, जिसे अब बदल दिया गया है।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ”आज का दिन पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है। आज भारत अपना पहला जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। आजादी के बाद देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर पूरे देश के जनजातीय समाज की कला, संस्कृति, स्वतंत्रता आंदोलन और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को गौरव के साथ याद किया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि आजादी के बाद की सरकारों ने आदिवासियों की समृद्ध विरासत के बारे में देश को नहीं बताया। 

उन्होंने कहा कि अपने जीवन के महत्वपूर्ण कालखंड को वे आदिवासियों के बीच बिताएँ हैं। जीवन जीने का कारण, जीवन जीने के इरादे को आदिवासी परंपरा बखूबी प्रस्तुत करती है। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 30 लाख परिवारों को अब नल से जल मिलना शुरू हो गया है। इनमें ज्यादातर इलाके जनजातियों के हैं। पहले की तरह हमारी बहन-बेटियों को अब पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है। पहले केवल बहाने बनाए जाते थे कि आम लोगों तक सुविधाएँ पहुँचाना मुश्किल है। ऐसा कहकर आदिवासियों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता था।

वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनजातीय गौरव दिवस और हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कॉन्ग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए कहा, ”पुरानी सरकारों ने सिर्फ एक परिवार को महिमामंडित किया, बल्कि आदिवासियों के योगदान को अपने षड्यंत्र से भुलाया। प्रधानमंत्री जी ने जनजातीय गौरव दिवस की घोषणा करके भारत माता का कर्ज उतारा है।” उन्होंने आगे कहा, ”भोपाल केवल नवाबों का इतिहास नहीं था, बल्कि अफगानी लुटेरे दोस्त मोहम्मद ने गोंड रानी कमलापति को इतना परेशान किया कि उन्हें जल समाधि लेना पड़ी। पीएम मोदी ने ऐसी रानी के नाम को सम्मान देकर अभूतपूर्व काम किया है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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