दिल्ली में पुलिस की स्पेशल सेल ने 33 मामलों के आरोपित और 1 लाख रुपए के ईनामी सलमान उर्फ़ ‘दांत टूटा’ को कल अक्षरधाम के पास से पकड़ा। जानकारी के मुताबिक इस साल सलमान पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था। जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में थी।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बताया जा रहा है कि सलमान फ्लाइट से मेट्रो शहरों में जाकर स्नैंचिंग की घटनाओं को अंजाम देता था और अपनी गर्लफ्रेंड के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार था। पुलिस के मुताबिक उसने अलग-अलग शहरों में अपनी गैंग बनाई हुई है और अपने अपराधों के कारण दिल्ली से लेकर यूपी, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में लूट और स्नैचिंग के लिए कुख्यात है। उसकी आपराधिक प्रवृति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उस पर मकोका के तहत भी केस दर्ज हैं।
उसके ख़िलाफ़ दिल्ली में 29 केस, यूपी में 1 केस और हैदराबाद में 4 मामले चल रहे हैं। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक डीसीपी कुशवाहा ने पूछताछ में बताया कि सलमान के फरार होने के बाद से भी एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार और ईश्वर सिंह की टीम लगातार उसे ट्रेस कर रही थी। ऐसे में एक सूचना के आधार पर उसे अक्षरधाम के पास से पकड़ा गया। उसने सेल को गुमराह करने के लिए अपना नाम अलीजान बताया, लेकिन जैसे ही उसने मुँह खोला पुलिस को उसकी पहचान करने में समय नहीं लगा, उसका टूटा दांत देखकर उसकी असलियत सामने आ गई।
पुलिस के मुताबिक सलमान पर 1 लाख का ईनाम था, उसे इस साल जून में दिल्ली पुलिस 6 जवानों के साथ पेशी के लिए हैदराबाद लेकर गई थी लेकिन जब 12 जून को उसे दक्षिण एक्सप्रेस से वापस लाया जाने लगा तो सभी पुलिस कर्मियों की आँख लग गई। दुबला-पतला होने के कारण उसने हथकड़ी से अपने हाथ निकाले और आगरा से पहले ट्रेन की रफ्तार कम होने पर उतर गया। इसके बाद वह छिपते-छिपाते NH2 पहुँचा। उसके बाद लिफ्ट लेकर गुड़गाँव आया और अपने साथियों से मिला। तब से लेकर अब तक वो अपने दोस्तों की मदद से दिल्ली के पास खोड़ा इलाके में किराए के कमरे में पहचान छिपाकर रहता था। और अपने दोस्त दानिश, हसन सोहेल के साथ बंदूक की नोक पर लूट और स्नैचिंग की वारदात की।
दिल्ली के भजनपुरा थाने में उसके ख़िलाफ़ 17 साल से मुकदमे चल रहे हैं। वह पहली बार 2003 में गिरफ्तार हुआ था। उस पर डकैती, लूट, स्नैचिंग, हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं।