केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली पहुँचने से रोकने के लिए पुलिस द्वारा टिकरी बॉर्डर पर लगभग 10 महीने पहले की गई बैरिकेडिंग को अब हटाया जा रहा है। उम्मीद है यह रास्ता जल्द ही आवागमन के लिए खुल जाएगा। इसके साथ ही गाजीपुर बॉर्डर को भी खोलने की तैयारी हो रही है।
#WATCH | Police barricading being removed from Ghazipur (Delhi-Uttar Pradesh) border where a farmers’ agitation against the three farm laws is ongoing. pic.twitter.com/0rLUZvIuMW
— ANI (@ANI) October 29, 2021
इसको लेकर दिल्ली पुलिस की डीसीपी (ईस्ट) प्रियंका कश्यप ने बताया कि सेक्टर 2 और 3 में NH9 खुल रहा है। जल्द ही NH24 भी खोल दिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि बातचीत के बाद किसानों के साथ सहमति बनने के बाद किसानों के बाद दोनों बॉर्डर के इमरजेंसी रूट खोल दिए जाएँगे।
This is Sector 2 and 3. It is NH9, we are opening that. NH 24 will also be opened: DCP (East), Delhi, Priyanka Kashyap pic.twitter.com/DUkiU6AhKs
— ANI (@ANI) October 29, 2021
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “”सरकार की तरफ़ से आदेश है इसलिए हम बैरिकेडिंग हटाकर रास्ता खोल रहे हैं।” दरअसल, किसानों द्वारा धरने के कारण बंद किये गए रास्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान ये बात सामने आई थी कि रास्ता बंद होने की वजह से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद किसानों ने कहा था कि रास्ता उन्होंने बन्द नहीं किया है, बल्कि दिल्ली पुलिस ने किया है।
दिल्ली की सीमा के नज़दीक गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों के धरना स्थल पर लगे बैरिकेडिंग को पुलिस ने हटाया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 29, 2021
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “सरकार की तरफ़ से आदेश है इसलिए हम बैरिकेडिंग हटाकर रास्ता खोल रहे हैं।” pic.twitter.com/wuhCPxEOX1
दिल्ली पुलिस की टीम ने जेसीबी की सहायता से रास्ते को साफ किया। सीमेंट से बनाया गया एक बैरिकेड हटा दिया गया है। इसके साथ ही सड़क के बीच लगाई गईं कीलों को भी हटवा दिया गया है। बॉर्डर खोलने के पीछे सुप्रीम कोर्ट को निर्देश को मुख्य वजह माना जा रहा है। 21 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि किसानों को प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन अनिश्चितकाल के लिए सड़कें ब्लॉक नहीं की जा सकतीं।
#WATCH | Removal of Police barricading at Tikri (Delhi-Haryana) border underway. The barricading is also being removed from Ghazipur (Delhi-Uttar Pradesh) border.
— ANI (@ANI) October 29, 2021
Farmers’ agitations against the three farm laws have been going on at these borders. pic.twitter.com/GrC3G7Vnze
उधर दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना का कहना है कि पुलिस रास्ता खोलने के लिए पुलिस तैयार है, लेकिन किसानों को इस बात का वादा करना होगा कि किसी प्रकार की अराजकता नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस और किसानों के बीच पूरी तरह से समझौता नहीं हो जाता तब तक रास्ता बंद ही रहेगा।
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, “पीएम ने कहा था कि किसान कहीं भी फसल बेच सकते हैं। अगर सड़कें खुली रहीं तो हम अपनी फसल बेचने के लिए संसद भी जाएँगे। पहले हमारे ट्रैक्टर दिल्ली जाएँगे। हमने रास्ता नहीं रोका है। सड़क जाम करना हमारे विरोध का हिस्सा नहीं है।”
PM had said that farmers can sell crops anywhere. If roads are open, we’ll also go to Parliament to sell our crops. First, our tractors will go to Delhi. We haven’t blocked the way. Blocking road is not part of our protest: Rakesh Tikait, BKU leader in Ghazipur pic.twitter.com/v9y0ER4uDK
— ANI UP (@ANINewsUP) October 29, 2021
वहीं, सिंघु बॉर्डर पर रास्ता खुलने को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं है। दरअसल, गुरुवार को निहंग सिखों ने बैठक के बाद बताया कि वे सिंघु बॉर्डर नहीं जाएँगे। वे यहीं रहेंगे और अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। निहंग सिखों ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता यह कह रहे हैं कि निहंग यहाँ से चले जाएँ, लेकिन वे ना तो किसी नेता के कहने पर आए हैं और ना ही किसी के कहने पर यहाँ से जाएँगे।