Sunday, November 17, 2024
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बंगाल BJP नेता की बहन की हत्या: आरोपित फिरोज अली की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट- जहर से हुई मौत

घटना के ठीक एक दिन बाद आरोपित फिरोज अली की भी लाश पाए जाने के बाद, आरोपित की हत्या के आरोप में पीड़िता के पिता और दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया था। मामले के मुख्य आरोपित (फिरोज अली) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें ऐसा बताया जा रहा है कि.........

पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर में भाजपा नेता की बहन के साथ कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। घटना के ठीक एक दिन बाद आरोपित फिरोज अली की भी लाश पाए जाने के बाद, आरोपित की हत्या के आरोप में पीड़िता के पिता और दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया था। फिलहाल, मामले के मुख्य आरोपित (फिरोज अली) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें ऐसा बताया जा रहा है कि युवक की मृत्यु जहर की वजह से हुई है, उसके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूरा मामला यह है कि, रविवार के दिन 15 वर्षीय पीड़िता की मृत्यु के बाद इलाके में काफी तनाव था। लड़की के परिवार वालों ने हत्या और बलात्कार का आरोप फिरोज अली पर लगाया था, उसका सम्बन्ध तृणमूल कॉन्ग्रेस से था। सोमवार के दिन फिरोज अली की लाश ठीक उसी जगह पर मिली थी जहाँ लड़की की लाश बरामद हुई थी। इसके बाद फिरोज अली के परिवार वालों ने भी लड़की के परिवार वालों पर आरोप लगाया था। 

इस शिकायत के आधार पर लड़की के दो भाइयों और पिता को 10 दिन की रिमांड पर लिया गया था। आरोपित लड़का और मृत लड़की अलग समुदाय के थे इसलिए पूरे क्षेत्र में तनाव बरकरार है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जाँच में जुटी हुई है। इसके बाद भाजपा पश्चिम बंगाल प्रदेश उपाध्यक्ष राजू बनर्जी ने पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए विरोध प्रदर्शन भी किया था। बुधवार के दिन हुए इस विरोध प्रदर्शन में उनके साथ भाजपा के कई नेता शामिल थे। कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें सामाजिक दूरी न बनाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था, बाद में उन्हें जमानत देकर छोड़ दिया गया था। 

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए राजू बनर्जी ने इस मामले पर कई बातें कही थीं। उन्होंने कहा, “पुलिस का रवैया इस मामले पर एकतरफ़ा है, पुलिस टीएमसी के नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं करती है जो सोशल डिसटेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाते हैं। वह रैली निकालते हैं, जनसभाएँ करते हैं लेकिन कार्रवाई सिर्फ भाजपा नेताओं पर होती है। जैसे पश्चिम बंगाल में सारे क़ानून और क़ायदे भाजपा के नेताओं पर ही लागू होते हैं। 

भाजपा नेता की बहन को 19 जुलाई को कथित रूप से घर से अगवा किया गया था। इसके बाद उसकी तलाश की गई तो वो बेहोशी की अवस्था में मिली। उसे तुरंत स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जब वहाँ पर उसकी हालत में सुधार नहीं आया तो फिर उसे इस्लामपुर सब-डिविजनल अस्पताल ले जाया गया। जहाँ उसने दम तोड़ दिया। बच्ची की मौत के बाद कई जगह इस मामले पर प्रदर्शन भी हुए। पुलिस ने मामला गर्माने के बाद पोस्टमार्टम का हवाला दिया।

पुलिस ने कहा कि रिपोर्ट में कहीं भी यौन उत्पीड़न की कोशिश या चोट का जिक्र नहीं है। बच्ची की मौत अधिक मात्रा में जहर पीने की वजह से हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लड़की के शरीर पर कहीं भी खरोंच के निशान नहीं हैं।

इसके अलावा आरोपित फिरोज अली को लेकर भी कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि जिस फिरोज को आरोपित समझकर ढूँढा जा रहा था। उसे लेकर कुछ लोगों ने दावा किया है कि उसकी लाश सोनारपुर इलाके के एक तालाब में मिली थी।

भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया था कि तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पीड़िता का बलात्कार किया और फिर हत्या कर दी गई, क्योंकि पीड़िता का परिवार भारतीय जनता पार्टी का समर्थक है। आरोपित फिरोज अली सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) से जुड़ा बताया जा रहा था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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