Sunday, November 17, 2024
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अब तक 8,50,000 लाभान्वित ग़रीबों के साथ आयुष्मान भारत योजना नए कीर्तिमान की ओर

माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक और गेट्स फाउंडेशन के को-चेयरमैन बिल गेट्स ने केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना की लॉन्चिंग के 100 दिनों में 6 लाख से ज़्यादा मरीजों द्वारा लाभ उठाए जाने पर सुखद आश्चर्य प्रकट किया।

आयुष्मान भारत योजना की घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल 2018 के बजट में भाषण में की थी। और इस योजना को आरएसएस विचारक दीन दयाल उपाध्याय की जयंती (25 सितंबर) पर झारखंड के रांची से लॉन्च किया गया था। इसके तहत ग़रीब परिवारों को सालाना 5 लाख रुपए के मुफ़्त इलाज की व्यवस्था की है। इस योजना को ‘सर्वश्रेष्ठ सरकारी हेल्थकेयर योजना’ के रूप में पेश किया गया था और आज ये योजना अपनी उम्मीदों पर खरा साबित हुआ है।

इस योजना के दायरे में, 10 करोड़ से अधिक BPL (ग़रीबी रेखा से नीचे रहने वाले नागरिक) परिवारों, अर्थात 50 करोड़ बीपीएल लोगों को 5 लाख रूपए का स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करने की सम्भावना व्यक्त की गई थी। इस योजना के तहत, सभी योग्य लाभार्थियों को पैनल में शामिल किसी भी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मुफ़्त इलाज की सुविधा का प्रावधान है।

लगभग 4 महीने के अंदर ही इस योजना के परिणाम दिखने शुरू हो गए हैं। प्रमाण स्वरुप दुनिया की दिग्गज टेक्नॉलजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक और गेट्स फाउंडेशन के को-चेयरमैन बिल गेट्स ने केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी ‘आयुष्मान भारत योजना’ की तारीफ़ की है। बिल गेट्स ने इस योजना की लॉन्चिंग के 100 दिनों में 6 लाख से ज़्यादा मरीजों द्वारा लाभ उठाए जाने पर सुखद आश्चर्य प्रकट किया। उन्होंने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर लिखा, “आयुष्मान भारत के पहले 100 दिन के मौके पर भारत सरकार को बधाई। यह देखकर अच्छा लग रहा है कि कितनी बड़ी तादाद में लोग इस योजना का फ़ायदा उठा चुके हैं।”  

पिछले दिनों, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने 2 जनवरी को ट्वीट कर देशवासियों को बताया था कि 100 दिनों के अंदर ही 6 लाख 85 हजार लाभार्थियों ने आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त उपचार लाभ लिया। उन्होंने कहा था कि लाभार्थियों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। बिल गेट्स ने स्वास्थ्य मंत्री के इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए भारत सरकार को बधाई दी।

इससे पहले भी नड्डा ने एक ट्वीट कर सूचना दी थी कि ‘आयुष्मान भारत योजना’ एक नया कीर्तिमान स्थापित कर चुकी है।

ग़ौरतलब है कि मीडिया संस्थानों ने इसे ‘मोदीकेयर’ का नाम भी दिया है। आयुष्मान भारत के सीईओ डॉ. इंदु भूषण ने बताया कि बुधवार (जनवरी 16, 2019) तक तक़रीबन 8.50 लाख लोग आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभान्वित हुए।

बता दें, इस योजना को सफ़ल बनाने के लिए, केंद्र सरकार ने पीएम जन आरोग्य योजना टोल-फ़्री नंबर भी जारी किया है- 14555 । आप इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ऑनलाइन पंजीकरण के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आप इस टोल-फ़्री नंबर पर कॉल करके प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लाभार्थियों की सूची में अपना नाम भी देख सकते हैं।

यदि आपका नाम लाभार्थियों की सूची में मौजूद नहीं है, तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। आप अपने निकटतम आरोग्य मित्र/आयुष मित्र के पास जाकर पीएम जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों की सूची में अपना नाम जोड़ सकते हैं। आयुष  मित्र आपको प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में मिलेंगे। वे सूची में नाम शामिल करने में आपकी सहायता करेंगे। सूची तैयार होने के बाद तब इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी।

पंजीकरण

आपको इस योजना के लिए कोई आवेदन पत्र और पंजीकरण भरने की आवश्यकता नहीं है। जिन लोगों का नाम सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना सूची 2011 (एसईसीसी 2011) में पंजीकृत है। वे इस योजना के लाभार्थी होंगे और इस स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभों का लाभ उठा सकते हैं। सरकार इसके बारे में सभी लाभार्थियों को एक आयुष्मान भारत योजना पत्र भेजकर सूचित करेगी।

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपका रजिस्ट्रेशन हो गया? या नहीं। योजना में आपका नाम है या नहीं यह आप https://mera.pmjay.gov.in/search/login पर चेक कर सकते हैं। सबसे पहले आप इस वेबसाइट पर जाएँ। यहाँ होम पेज पर एक बॉक्स मिलेगा। इसमें मोबाइल नंबर डाले। उस पर ओटीपी आएगा। इसे डालते ही पता चल जाएगा कि आपका नाम इसमें जुड़ा है या नहीं।

अस्पताल में कैसे मिलेगा लाभ?

आयुष्मान भारत योजना के लिए आधार कार्ड की आवश्यकता नहीं है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद आपको अपने बीमा दस्तावेज़ देने होंगे। इसके आधार पर अस्पताल इलाज के ख़र्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगा। इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि इस योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवा सकेगा।

कौन-सी बीमारी है इस योजना के दायरे में

इस योजना के अन्तर्गत मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा, संक्रामक, ग़ैर-संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आँख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी। बुजुर्गों का इलाज भी करवाया जा सकेगा।

किन-किन राज्यों में है सेंटर

इसके दो कंपोनेंट हैं- पहला, 10.74 लाख परिवारों को मुफ़्त 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा; दूसरा, हेल्थ वेलनेस सेंटर। इसमें देशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपडेट होंगे। इन सेंटर्स पर इलाज के साथ मुफ़्त दवाएँ भी मिलेंगी: छत्तीसगढ़ में 1000, गुजरात में 1185, राजस्थान में 505, झारखंड में 646, मध्यप्रदेश में 700, महाराष्ट्र में 1450, पंजाब में 800, बिहार में 643, हरियाणा में 255।

दिल्ली, केरल, ओडिशा, पंजाब और तेलंगाना राज्य सरकारों ने इस योजना को लागू करने से इनकार कर दिया था।

कुछ सूचनाएँ आयुष्मान भारत के आधिकारिक वेबसाइट pmjay.gov.in से ली गई हैं

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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