Sunday, September 8, 2024
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अब नेशनल एकेडमी के आदेश को भी धता बता रहीं IAS पूजा खेडकर: FIR होने के बाद 5 दिन से लापता, UPSC का दिया समय हुआ पूरा

पूजा खेडकर शुरुआती समय से ही ओबीसी कोटे का फायदा उठाती आई हैं जबकि वो माता-पिता दोनों के प्रशासनिक सेवाओं में होने के कारण क्रीमी लेयर वाली श्रेणी में आती हैं। उन्होंने 2007 में एमबीबीएस में एडमिशन में लेने के लिए भी इस कोटे का इस्तेमाल किया था।

IAS पूजा खेडकर का मामला सामने आने के बाद आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा रिपोर्ट में पता चला है कि पूजा खेडकर शुरुआती समय से ही ओबीसी कोटे का फायदा उठाती आई हैं जबकि वो माता-पिता दोनों के प्रशासनिक सेवाओं में होने के कारण क्रीमी लेयर वाली श्रेणी में आती हैं। उन्होंने 2007 में एमबीबीएस में एडमिशन में लेने के लिए भी इस कोटे का इस्तेमाल किया था।

एक ओर जहाँ उनके एमबीबीएस एडमिशन से लेकर यूपीएससी में एंट्री पाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं वहीं ये भी सामने आया है कि वो 5 दिन से लापता हैं। उनकी किसी को कोई जानकारी नहीं हैं। 23 जुलाई को उन्हें मसूरी स्थित LBSNA यूपीएससी ट्रेनिंग सेंटर में बुलाया गया था लेकिन वो वहाँ उपस्थित नहीं हुईं। अब यूपीएससी द्वारा दी गई समय सीमा समाप्त हो गई है।

इससे पहले 16 जुलाई को महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव नितिन गद्रे ने पूजा खेडकर को पत्र लिखकर बताया कि सरकार के साथ उनकी ट्रेनिंग अवधि समाप्त कर दी गई है। वहीं सूत्रों ने बताया कि पूजा खेडकर ने न तो अकादमी में रिपोर्ट की है और न ही पत्र का जवाब दिया है।

कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा महाराष्ट्र सरकार को लिखे पत्र में कहा गया है, “यह निर्णय लिया गया है कि 2023 बैच की आईएएस पूजा खेडकर का जिला प्रशिक्षण स्थगित रखा जाए और उन्हें आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए तुरंत अकादमी में वापस बुलाया जाए। राज्य सरकार से अनुरोध है कि वह परिवीक्षाधीन को तुरंत कार्यमुक्त करे और उन्हें जल्द से जल्द अकादमी में आने को कहें।”

बता दें कि पिछले हफ्ते दिल्ली पुलिस में पूजा खेडकर के खिलाफ गलत बयानबाजी और तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के मामले में आपराधिक केस दर्ज किया गया था। वहीं यूपीएससी ने उनकी उम्मीदवारी को रद्द करने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। साथ ही इस बात पर विचार शुरू हुआ था कि पूजा खेडकर को भविष्य में ऐसी परीक्षा देने से भी प्रतिबंधित कर दिया जाएय़

इसके अतिरिक्त केंद्र ने पुणे पुलिस को आईएएस प्रोबेशनर पूजा खेडकर के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति से अवगत कराने का निर्देश दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक अधिकारियों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में खुद को नॉन क्रीमी लेयर का फायदा उठाने के लिए दावा किया था कि उनके माता-पिता एक दूसरे से अलग हो गए हैं। अब केंद्र ने ऐसे ही पूजा खेडकर द्वारा प्रस्तुत सभी दस्तावेजों की जाँच के लिए एकल सदस्यीय समिति भी गठित की है ताकि सच्चाई सामने आ सके। वह 2023 के बैच की आईएएस हैं।

पूजा खेडकर का पूरा मामला

उल्लेखनीय है कि पूजा खेडकर का मामला पिछले दिनों चर्चा में आया था जब पुणे जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव से उनकी शिकायत ये कहते हुए की थी कि वो वीआईपी ट्रीटमेंट की माँग कर रही हैं औऱ अधिकारियों को परेशान कर रही हैं। इसके बाद उनका ट्रांसफर वाशिम कराया गया और फिर उनके खिलाफ और खुलासे होने शुरू हुए। मामला धीरे-धीरे उनके दिव्यांग होने वाले प्रमाण पत्र पर उठा, फिर उनके ओबीसी कोटे पर और फिर उनके माता-पिता पर। इससे पहले पुलिस ने पूजा खेडकर की माँ को भी गिरफ्तार किया ता।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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