उत्तर प्रदेश का बाहुबली और मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी चंद दिनों में यूपी की जेल में कैद दिखेगा। 2 साल तीन महीने से पंजाब की जेल में बंद मुख्तार अंसारी को यूपी की जेल में शिफ्ट करने की तारीख तय हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब सरकार ने योगी सरकार को पत्र लिखकर उसे हैंडओवर करने की बात कही है। पंजाब के अपर मुख्य सचिव गृह ने यूपी के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी को लिखे पत्र में कहा है कि 8 अप्रैल से पहले उसे यूपी पुलिस के हवाले करने की बात कही है। पत्र में 12 अप्रैल को पंजाब में एक मामले को लेकर होने वाली सुनवाई का भी जिक्र है। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उसकी पेशी होगी।
चाक-चौबंद हो मुख्तार की सुरक्षा: पंजाब सरकार
बताया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी की बांदा जेल में शिफ्ट किया जाएगा। इसको लेकर पंजाब सरकार ने पत्र में लिखा है कि मुख्तार को लाने के लिए विधिवत सुरक्षा और मेडिकल व्यवस्थाएँ हों। साथ ही शिफ्टिंग के लिए वाहन का बंदोबस्त करते वक्त अंसारी की मेडिकल रिपोर्ट्स को भी ध्यान में रखा जाए।
47 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज
रिपोर्ट्स के मुताबिक, माफिया मुख्तार अंसारी पर 47 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसको लेकर उसे यूपी की कई अदालतों में पेश होना है। लेकिन वह अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए काफी दिनों से पंजाब की जेल में बंद है। बताया जाता है कि योगी सरकार ने अकेले मऊ में ही मुख्तार अंसारी के करीबियों के 22 करोड़ से अधिक की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने का काम किया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रास्ता हुआ था साफ
सुप्रीम कोर्ट ने 26 मार्च को बड़ा फैसला सुनाते हुए मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजने का आदेश दिया था। कोर्ट ने मुख्तार की कस्टडी ट्रांसफर याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि वह यूपी की किस जेल में रहेगा, यह प्रयागराज MP-MLA कोर्ट तय करेगी।
बता दें कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ पंजाब के एक कारोबारी ने रूपनगर में रंगदारी का मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद पंजाब पुलिस उसे जनवरी 2019 को बांदा जेल रूपनगर थाने ले आई थी। वहाँ उसे कोर्ट में पेश किया गया था, जहाँ से कोर्ट ने मुख्तार को रोपड़ जेल भेजने के आदेश दिए थे।