Friday, November 15, 2024
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जो हैं आतंकी, कर चुके हैं CM की हत्या… उनको जेल से छुड़ाने के लिए पंजाब में खून-खराबा: 25-30 पुलिस वाले घायल

बैरिकेडिंग तोड़ने के लिए ट्रैक्टर, कुछ घोड़े पर सवार हथियारों से लैश, रोके जाने के बाद पुलिस पर हमला... माँग यह कि 22 सिख कैदियों को रिहा करो, कैदी जो आतंकी हैं, जो मुख्यमंत्री की हत्या कर चुके हैं।

पंजाब में मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर के पास जमकर हिंसा और उत्पात मचाया गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हो गई। इसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। हिंसा मामले में पुलिस ने कई आरोपितों को गिरफ्तार भी किया है, जिन्हें कोर्ट में पेश किया जा रहा है। चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ लूट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। मोहाली बॉर्डर सिख संगठनों के प्रदर्शनकारी कौमी इंसाफ मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारी अचानक चंडीगढ़ में घुसकर मुख्यमंत्री आवास पर जाने की जिद करने लगे। जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हुई।

मीडिया रिपोर्टों की मानें तो पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से आए प्रदर्शनकारी 7 जनवरी से ही चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर कौमी इंसाफ मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में लाठी, तलवार और दूसरे धारदार हथियारों के साथ और भी प्रदर्शनकारी जुड़ गए, जिसमें निहंग भी शामिल हैं। बुधवार (8 फरवरी, 2023) को प्रदर्शन कर रहे लोग हथियार समेत सीएम आवास की तरफ बढ़ने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, इसके बाद प्रदर्शन झड़प में बदल गया। हिंसा से जुड़ी कई तस्वीरें सामने आई हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है किस तरह हथियारों से लैश प्रदर्शनकारी पुलिस वाहनों पर हमले कर रहे हैं।

रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी पूरी तैयारी के साथ आए थे। बैरिकेडिंग तोड़ने के लिए ट्रैक्टर का इंतजाम किया गया था। अधिकारियों के अनुसार कई प्रदर्शनकारी घोड़े पर सवार हथियारों से लैश थे। रोके जाने के बाद उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। इसमें 25-30 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। कई पुलिसकर्मी तो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज जारी है।

पुलिस ने इस हिंसा के लिए कौमी इंसाफ मोर्चा को जिम्मेदार ठहराया है। कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिन्हें अदालत में पेश किया जा रहा है। पुलिस ने सात नेताओं गुरचरण सिंह, बलविंदर सिंह, लोक अधिकार लहर, अमर सिंह चहल, दिलशेर सिंह जंडियाला, जसविंदर सिंह राजपुरा, रुपिंदर जीत सिंह व एक अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन सभी पर पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला करने आर्म्स एक्ट, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने समेत 17 अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

मोहाली, चंडीगढ़ समेत कई इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती है। प्रदर्शनकारियों ने सीएम आवास के लिए गुरुवार (09 जनवरी, 2023) को अगला जत्था भेजने का ऐलान किया है। इसके बाद से पंजाब पुलिस अलर्ट मोड में है।

क्यों हो रहा है प्रदर्शन?

कौमी इंसाफ मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शनकारी 2015 के बेअदबी मामले और फरीदकोट में पुलिस फायरिंग की घटना को लेकर इंसाफ की माँग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी बलवंत सिंह राजोआना, दविंदरपाल सिंह भुल्लर समेत 22 सिख कैदियों की रिहाई की माँग कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर कई बड़े हत्याओं में शामिल हैं और कई आतंकवाद से जुड़े मामलों में सजा काट रहे हैं। 6 कैदी तो पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या मामले में सजा काट रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ज्यादातर कैदी अपनी सजा काट चुके हैं। इसलिए उन्हें रिहा कर देना चाहिए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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