झारखंड के लखाना गाँव में युवाओं के बीच शुरू हुआ विवाद इतना बड़ा बन गया कि 65 वर्षीय सुनारकालो कुँवर की लाठी और डंडों से पीट पीट कर लिंचिंग कर दी गई। 9 अक्टूबर को गाँव के 4 युवा निरंजन कुमार, ओमप्रकाश कुमार, रिशु कुमार और चुनचुन कुमार शाम के 7 बजे शौच के बाद लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते के दूसरी तरफ से गोल्डन खान, एजाज़ खान, गफ्फार खान, मुस्तफ़ा खान, अंसार खान, असगर खान, दिलखुश खान, आशिक खान और सदरू खान लौट रहे थे। इन्होंने दूसरी तरफ से आ रहे निरंजन और उसके साथियों पर पत्थर चलाना शुरू कर दिया।
ऐसा होने के ठीक बाद निरंजन कुमार ने इसका विरोध किया, फिर सभी युवकों ने गालियाँ देते हुए उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस घटना की जानकारी मिलते ही निरंजन की दादी सुनारकालो कुँवर मौके पर पहुँची और उन्होंने मामले में दखल देने का प्रयास किया। उनके पहुँचने के बाद उन पर भी लाठी और डंडों से हमला कर दिया गया, नतीजतन उन्हें कई गहरी चोटें आई। इसके बाद लोग उन्हें नज़दीक के सदर अस्पताल लेकर गए जहाँ उनकी गम्भीर चोटों की वजह से मृत्यु हो गई।
आरोपित छेड़ते थे महिलाएँ
निरंजन कुमार ने इस घटनाक्रम पर बयान देते हुए कहा कि जब भी कोई महिला सुबह या शाम के वक्त शौच के लिए जाती थी। तब समुदाय विशेष के लोग वहाँ खड़े हो जाते हैं और महिलाओं से छेड़खानी करते हैं। महिलाओं ने इस तरह की घटनाओं के संबंध में पहले भी शिकायत की है, जिसकी वजह से पहले भी इस मुद्दे पर कई तरह के विवाद हो चुके हैं।
पुलिस की जाँच और आरोपितों की गिरफ्तारी
इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुँची और जाँच शुरू की। क्षेत्र के हालात प्रतिकूल होने के बाद पुलिस ने कानून व्यवस्था नियंत्रित करने के लिए वहाँ तैनाती और निगरानी बढ़ाई। वहाँ के एसडीपीओ वाहमान टूटी ने कहा कि पुलिस इस मामले में जाँच शुरू कर चुकी है।
अपनी दादी की लिंचिंग के मामले में निरंजन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गरवा पुलिस ने 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया। वहीं 5 के विरुद्ध एफ़आईआर दर्ज की गई थी, पुलिस ने इस कार्रवाई के लिए कई इलाकों में छापे मारे थे। जिसके बाद गोल्डन खान (पुत्र सज्जाद खान), मुस्तफ़ा खान (पुत्र मंटू खान), आशिक खान (पुत्र समीमुल खान), गफ्फार खान (पुत्र मक़सूद खान) को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का यह भी कहना है कि विवाद दो परिवारों के बीच का है, इसमें कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है।