मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में रेलवे विभाग द्वारा बजरंग बली को नोटिस भेजे जाने का मामला सामने आया है। नोटिस में भगवान हनुमान पर अवैध अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए सप्ताह भर में अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया है। इसी नोटिस में भगवान हनुमान को आदेश न मानने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस नोटिस को बुधवार (8 फरवरी 2023) को जारी किया गया बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर ग्वालियर-श्योपुर ब्रॉडगेज लाइन का है। यहाँ पर रेलवे का काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि इस काम के बीच में बजरंग बली का एक मंदिर आ रहा है। मंदिर की दूरी रेल लाइन से 25 से 30 फ़ीट है।
नोटिस जारी करने वाले अधिकारी ने मंदिर के पुजारी के बजाए सीधे बजरंग बली को ही नोटिस भेज दिया। इस नोटिस में साफ़ तौर पर बजरंग बली से हफ्ते भर में खुद ही मंदिर हटाने को कहा गया है। ऐसा न करने पर रेलवे द्वारा चेतावनी दी गई है।
रेलवे द्वारा बजरंग बली को जारी नोटिस में चेतावनी देते हुए कहा गया है कि यदि वे खुद अतिक्रमण नहीं हटाते हैं तो रेलवे कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाए। ऐसी स्थिति में जेसीबी आदि का जो भी खर्च होगा, उसकी वसूली बजरंग बली से की जाएगी।
हे भगवान..! अब बजरंग बली को नोटिस, रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण किया है, जल्द खाली कर दो
— ETVBharat MadhyaPradesh (@ETVBharatMP) February 12, 2023
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बजरंग बली को भेजे पत्र में लिखा है, “आपके द्वारा सबलगढ़ के मध्य किलोमीटर में मकान बनाकर रेलवे भूमि पर अतिक्रमण कर लिया गया है। अत: आप इस नोटिस के सात दिन के अंदर रेलवे भूमि पर किया गया अतिक्रमण हटाकर रेलवे भूमि को खाली करें, अन्यथा आपके द्वारा किए गए अतिक्रमण को प्रशासन द्वारा हटाने की कार्रवाई की जाएगी, जिसका हर्ज एवं खर्च की जिम्मेदारी स्वयं आपकी (भगवान बजरंग बली की) होगी।”
बजरंग बली को भेजी गई नोटिस की प्रतियाँ ग्वालियर के सहायक मंडल अभियंता और ग्वालियर के जीआरपी थाना प्रभारी को भी भेजी गई हैं। यह नोटिस मंदिर पर भी चिपका दिया गया था। यह नोटिस सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग रेलवे के खिलाफ तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
ये नोटिस बजरंग बली, सबलगढ़ को प्रेषित है। इस पत्र को लेकर मीडिया को जानकारी देते हुए झाँसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज माथुर कहा कि यह रेलवे की सामान्य प्रक्रिया बताया। हालाँकि, उन्होंने पत्र को सही बताया है। हालाँकि, उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर के पुजारी की जगह नोटिस में भगवान बजरंग बली का नाम लिखा गया है।
कहा जा रहा है कि बदलाव के बाद नया पत्र जो जारी किया वह इस मंदिर के पुजारी हरिशंकर शर्मा को सम्बोधित कर जारी किया गया है। यह भी बताया जा रहा है कि यह मंदिर रेलवे की जमीन पर बना है। वहीं, कुछ स्थानीय लोग रेलवे की कार्रवाई से असंतुष्ट नजर आ रहे हैं।