Monday, December 23, 2024
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16 महीने तक मौलवी ‘रोशन’ ने चेलों के साथ किया गैंगरेप: बेटे की कुर्बानी और 3 करोड़ के सोने से महिला का टूटा भ्रम

पीड़िता गाँव में अपने दस साल के बेटे के साथ अकेली रहती है। उसका पति दक्षिण भारत में बिजनेस करता है। साजिद सिद्दकी उर्फ मौलवी 'रोशन' बाबा ने इसी का फायदा उठा कर...

राजस्थान के आऊवा में एक पाखंडी व टोटकेबाज मौलवी का कारनामा उजागर हुआ है। ‘रोशन’ बाबा नाम रख कर लोगों को अमीर बनाने का लालच देने वाले इस फर्जी उलेमा की असली पहचान साजिद सिद्दकी के तौर पर हुई है। पुलिस ने साजिद के अलावा इस मामले में एक कथित मौलवी वसील कादरी और साजिद के चेले आरिफ व राजू को भी पकड़ लिया है। 

साजिद पर आरोप है कि 16 माह तक इसने और इसके चेले ने एक महिला के साथ दुष्कर्म किया, उससे 45 लाख रुपए (कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 30 लाख रुपए) लूटे और उसके 10 साल के बेटे को मारने के लिए उसे खूब उकसाया। मौलवी ने पीड़िता से कहा कि अगर वो अपने बेटे की कुर्बानी देगी तो वह वापस आ जाएगा। साथ ही उसके घर से मिले पत्थर भी सोने में बदल जाएँगे, जिससे वो अमीर हो जाएगी।

पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया कि पीड़िता गाँव में अपने दस साल के बेटे के साथ अकेली रहती है। उसका पति दक्षिण भारत में बिजनेस करता है। उसका पति कुछ दिन पहले ही वहाँ से लौटा है, जब पीड़िता ने अपने पति को खुद के साथ हुई ज्यादती और ठगी के बारे में बताया। 

इसके बाद उन्होंने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता से लेते इसकी जाँच सोजत के पुलिस उपाधीक्षक डॉ हेमंत जाखड़ को सौंपी गई। पीड़िता ने उन्हें बताया कि साजिद और उसका चेला, दोनों उसके मकान में आकर जादू-टोने करते थे और फिर उसके जरिए उसका वशीकरण कर लेते थे। 

जब उसे कुछ होश नहीं होता तो वह उसे नग्न कर उसके साथ दुष्कर्म करते। जब होश में आने पर पीड़िता इसका विरोध करती तो उसे पिस्तौल दिखा कर जान से मारने की धमकियाँ देते। पीड़िता कहती है कि आरोपित ने अपने एक अन्य चेले को क्राइम इंस्पेक्टर बता रखा था। वह उसे गिरफ्तार करने की धमकी देकर डराता था।

कैसे साजिद ने महिला को ठगा?

मीडिया खबरों के अनुसार, साजिद ने महिला को जमीन में गड़े धन से अमीर बनाने के नाम पर ठगना शुरू किया था। महिला को बेवकूफ बनाने के लिए इस साजिद उर्फ रोशन बाबा ने अपने चेले की मदद से पहले पीड़िता के कमरे की खुदाई करवाई फिर पीड़िता से छिपाते हुए मिट्टी की बोरी में भर कर कुछ पत्थर रख दिए।

महिला को भ्रमित करने में आसानी हो, इसके लिए उन्होंने एक विशेष रसायन से पत्थर पर सोने जैसी पॉलिश करवा दी, ताकि जब भी वह बोरी खोले, उसे उस फर्जी बाबा की बात पर यकीन हो जाए कि पत्थर सोना बनते जा रहे हैं।

पीड़िता शुरुआत में तो भ्रमित होती रही, लेकिन बात जैसे ही उसके बेटे पर आई तो उसने साफ मना कर दिया। साजिद ने उसे ललचाया कि यदि वह ऐसा करेगी तो पत्थर को बेचने भर से उसे 3 करोड़ 20 लाख रुपया मिल सकेगा।

जब बहुत मनाने पर महिला नहीं मानी तो इस रोशन बाबा ने रात के समय पीड़िता को वीडियो कॉल करके अपना कमरा दिखाया और कहा, “मैं जन्नत में पहुँच गया हूँ और फिर लौट आता हूँ। तुम्हारा बेटा भी मर कर लौट आएगा।”

जानकारी के अनुसार, मौलवी जिस कमरे से महिला को वीडियो कॉल करता था, वह आऊवा गाँव में उसने अपने रिश्तेदार मौलवी वसील कादरी के मकान में बना रखा था। इसे उसने जन्नत महल का नाम दिया था। यहाँ ऐशो-आराम की तमाम चीजें थीं। रात के समय लाइट इफेक्ट भी था। वह वीडियो कॉल रात के समय ही करता था।

वह आऊवा आने से पहले सहरसा जिले के सलखुआं का रहने वाला था। साल 2010 से 2014 में सिरियारी के मस्जिद में मौलवी था, लेकिन इसकी हरकतें देख वहाँ के लोगों ने इसे भगा दिया। फिर वह वसील के पास आ गया था, तब से यहीं रह रहा था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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