दिल्ली की सीमाओं पर ‘किसान विरोध प्रदर्शन’ का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत को महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक मेगा रैली करनी थी। हालाँकि, एक अज्ञात फर्जी कॉल की वजह से बक्कल उतारने की धमकी देने वाले को अपनी यात्रा को मजबूरन रद्द करना पड़ा। दरअसल, फर्जी कॉल करने वाले ने खुद को SP बताया और यहाँ आने पर उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखने की चेतावनी दी। जिसके बाद राकेश टिकैत को अपना फैसला बदलना पड़ा।
कार्यक्रम के आयोजकों के अनुसार, बीकेयू नेता राकेश टिकैत द्वारा संबोधित एक रैली में भाग लेने के लिए शनिवार (फरवरी 20, 2021) को राज्य भर से 1 लाख से अधिक किसान यवतमाल पहुँचने वाले थे। चूँकि, महाराष्ट्र में फिर से कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है तो इसे देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने रैली के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया।
Rakesh Tikait was to hold a mega rally in Maharashtra's Yavatmal. A man called him up posing as the SP and told him if he came there, he would be put into 14 days quarantine. Tikait cancelled his trip. https://t.co/WeHdhZqNWU
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) February 20, 2021
इसके बाद किसान मोर्चा ने नया आवेदन देते हुए कहा कि रैली में 50 से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे। हालाँकि, दूसरे आवेदन को भी महाराष्ट्र सरकार ने खारिज कर दिया। हालाँकि, आयोजन के आयोजकों ने एसपी के नाम पर एक फर्जी कॉल को कार्यक्रम को रद्द करने के लिए जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने टिकैत को राज्य में आने पर 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में भेजने की चेतावनी दी थी।
किसान मोर्चा के महाराष्ट्र विंग से संदीप गिद्दी पाटिल के अनुसार, टिकैत को एक कॉल आई थी, जिसने खुद को यवतमाल का एसपी बताया था। उन्होंने टिकैत को जिले का दौरा करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बीकेयू नेता यवतमाल का दौरा करते हैं, तो उन्हें दो सप्ताह के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा। जिसके बाद राकेश टिकैत ने डर से यहीं रखने का फैसला किया कि क्वारंटाइन में रहने पर गाजीपुर साइट पर विरोध प्रदर्शन बाधित हो जाएगा।
पाटिल ने आगे कहा कि जब यह पुष्टि की गई कि यवतमाल एसपी दिलीप भुजबल द्वारा कॉल नहीं किया गया था, तो यह स्पष्ट हो गया कि टिकैत को महाराष्ट्र में एक रैली को संबोधित करने से रोकने के लिए एक फर्जी कॉल किया गया था। हालाँकि, पाटिल ने कहा कि टिकैत अब एक ऑनलाइन संबोधन करेंगे और बाकी के कार्यकर्ता यवतमाल में बैठक में भाग लेंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए, यवतमाल एसपी ने कहा कि उन्होंने केवल आयोजकों को कॉल कर उनसे कड़ा रुख अपनाने को कहा था। भुजबल ने कहा कि उन्होंने आयोजकों से कहा था कि अगर वे अपनी बैठक को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, तो पुलिस इस स्थिति से निपट लेगी। लेकिन, भुजबल ने यह भी कहा कि उन्होंने नेताओं को एक जिम्मेदार फैसला लेने और टिकैत को यवतमाल न आने के लिए मनाने की सलाह दी थी। भुजबल ने स्वीकार किया कि राकेश टिकैत को ढोंगी ने जिले का दौरा करने से मना कर दिया।