अयोध्या में 5 अगस्त को भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए भूमि पूजन व शिलान्यास के बाद मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। ट्रस्ट ने बुधवार (अगस्त 12, 2020) को एकाउंट नंबर और अन्य जानकारियाँ शेयर कर लोगों से यथासंभव व यथाशक्ति दान करने की अपील की है, जिससे कि भव्य मंदिर का सपना साकार हो सके।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ट्वीट में विवरण देते हुए कहा है – “जय श्री राम! प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर उनके भव्य और दिव्य मन्दिर के निर्माण का कार्य माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भूमिपूजन पश्चात प्रारम्भ हो गया है। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सभी श्रीराम भक्तों का आह्वान करता है कि मन्दिर निर्माण हेतु यथाशक्ति व यथासंभव दान करें। जय श्री राम!”
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बैंक खातों की जानकारी तथा दान करने की प्रक्रिया का विवरण निम्नानुसार है।
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) August 12, 2020
Details of the bank accounts of Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra and various ways of donation are mentioned below.
जय श्री राम!
Jai Shri Ram! pic.twitter.com/6MrVfKMft4
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा कि 5 अगस्त को प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था, अब मंदिर निर्माण शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि करोड़ों राम भक्त मंदिर निर्माण में योगदान देना चाहते हैं जिसके लिए ट्रस्ट की ओर से सभी जानकारी दी जा रही है।
जय श्री राम!
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) August 12, 2020
प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर उनके भव्य और दिव्य मन्दिर के निर्माण का कार्य माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भूमिपूजन पश्चात प्रारम्भ हो गया है।
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सभी श्रीराम भक्तों का आह्वान करता है कि मन्दिर निर्माण हेतु यथाशक्ति व यथासंभव दान करें। pic.twitter.com/Y7oTmuPOiL
उल्लेखनीय है कि गत 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन चैनल पर किया गया, जिसे समस्त देशवासियों ने बड़े स्तर पर अपने घरों से देखा। कार्यक्रम के दौरान कई साधू, संतों के साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।