लोजपा के सांसद प्रिंस पासवान के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने बलात्कार व आपराधिक साजिश की धाराओं में FIR दर्ज की है। वो चिराग पासवान के चचेरे भाई हैं। समस्तीपुर से सांसद प्रिंस पासवान को चाचा पशुपति कुमार पारस ने पार्टी से बगावत के बाद लोजपा के अपने गुट का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस फिलहाल लोजपा के दो अलग-अलग गुटों का नेतृत्व कर रहे हैं।
पशुपति कुमार पारस को केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री पद भी मिला। तीन महीने पहले एक महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में लगाए गए आरोपों को आधार बनाते हुए नई दिल्ली स्थित कनॉट प्लेस थाने में प्रिंस पासवान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। FIR में लोजपा नेता और दिवंगत नेता रामविलास पासवान के बेटे चिराग का भी नाम है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने सब कुछ जानते हुए भी अपने चचेरे भाई के खिलाफ कार्रवाई करने में देरी की।
प्रिंस पासवान लोजपा के उन पाँच सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने चिराग पासवान से बगावत कर लोजपा का अपना गुट बना लिया। 10 फरवरी, 2021 को प्रिंस ने महिला के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि वो पुलिस को सबूत भी दे चुके हैं। 17 जून को एक ट्वीट कर उन्होंने आरोपों को नकारते हुए कहा था कि निजी व सार्वजनिक रूप से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाने के लिए ये सब किया जा रहा है।
The FIR also named #LJP leader #ChiragPaswan, who, the complainant alleged, conspired to delay action against his cousin Prince. pic.twitter.com/Ie39z8feep
— Mahender Singh Manral (@mahendermanral) September 14, 2021
पीड़िता का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता सुदेश कुमारी जेठवा ने कहा कि मई में इस मामले की शिकायत पुलिस के समक्ष दर्ज कराए जाने के बाद उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष जुलाई में एक एप्लिकेशन भी डाला है। उन्होंने बताया कि उच्च-न्यायालय ने ही पुलिस को प्रिंस व चिराग के खिलाफ FIR का आदेश दिया है। महिला का कहना है कि प्रिंस के दिए बोतल से पानी पीकर वो बेहोश हो गई थी, जिसके बाद उसका रेप किया गया।
महिला ने बताया कि जब वो होश में आई तो उसका सिर प्रिंस पासवान के कंधे पर था। पीड़िता का कहना है कि जब उसने सवाल पूछे तो प्रिंस ने एक वीडियो दिखाया, जो उन्होंने रिकॉर्ड कर लिया था। बकौल पीड़िता, वीडियो में वो उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाते हुए दिख रहे थे लेकिन उन्होंने अपना चेहरा छिपा लिया था। साथ ही इसे ऑनलाइन जारी करने की धमकी भी दी। चिराग पासवान पर आरोप है कि उन्होंने घटना के बारे में बताए जाने पर पीड़िता पर दबाव डाला कि वो पुलिस में न जाए।
बता दें कि पीड़िता ने खुद बताया था कि वह प्रिंस राज के साथ लंबे समय तक रही है। दिल्ली की रहने वाली पीड़िता 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान प्रिंस के समर्थन में प्रचार करने के लिए समस्तीपुर भी गई थी। पार्टी में टूट के बाद चिराग ने एक पत्र में लड़की का नाम लेते हुए बताया था कि कैसे उन्होंने इस मामले में अपने चचेरे भाई प्रिंस राज की मदद की थी। उक्त लड़की दिल्ली के राजनीतिक गलियारे में सक्रिय रही है और पासवान परिवार के सभी लोगों की परिचित भी थी।
सांसद प्रिंस पासवान दिवंगत रामविलास पासवान के भाई दिवंगत रामचंद्र पासवान के बेटे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में रामचंद्र पासवान ने समस्तीपुर से चुनाव जीता था, लेकिन उनके असामयिक निधन के बाद उनके बेटे ने यह चुनाव लड़ा था। युवती ने आरोप लगाया था कि मार्च 2020 में सांसद प्रिंस राज ने पहली बार उसे वेस्टर्न कोर्ट में बुलाया और वहाँ नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। युवती ने कहा है कि वह खुदकुशी करने की भी कोशिश कर चुकी है।