गोशमहल से भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने आरोप लगाया है कि आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम मंदिर पर मुस्लिमों का कब्ज़ा हो चुका है। डेक्कन क्रॉनिकल (Deccan Chronicle) की रिपोर्ट के मुताबिक़ मंदिर से नज़दीक स्थित लगभग सभी दुकानों के ठेकों पर उनका एकाधिकार हो चुका है। वहाँ की गौशालाओं में मौजूद गायों की उनके माँस के लिए हत्या की जाती है।
राजा सिंह ने दावा किया है कि रज़ाक नाम का व्यक्ति श्रीशैलम मंदिर का ठेकेदार है और उसकी पत्नी वहाँ पर बतौर सुपरवाइजर कार्यरत है। रज़ाक श्रीशैलम से विधायक शिल्पा चक्रपाणी रेड्डी (YSRCP) का नज़दीकी है और उसका भाई TDP नेता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसलिए सत्ता भले किसी की भी क्यों न हो, रज़ाक बंधुओं का पूरे मंदिर पर नियंत्रण है।
गौशाला में होती है गौहत्या
रिपोर्ट के मुताबिक़ टी राजा सिंह ने कहा है कि रज़ाक पर कई गंभीर मामले लंबित हैं। इनमें से एक फूलों की टोकरी में बकरे का गोश्त ले जाने से संबंधित है। इन्हीं फूलों का इस्तेमाल मंदिर की पूजा-पाठ में भी होता है। रज़ाक की सुपरवाइजर पत्नी की मदद से वहाँ पर गौहत्या भी की जाती है, जो कि पूर्णतः प्रतिबंधित है।
शिल्पा चक्रपाणी रेड्डी ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है और कहा है कि वह संक्रांति के बाद भाजपा विधायक के साथ इस मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा, “सारे आरोप झूठे, आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण हैं और सिर्फ लोगों को भड़काने के लिए लगाए गए हैं।” रेड्डी ने कहा कि वह कट्टर हिन्दू हैं और उन्होंने यह मंदिर अपने रुपयों से बनवाया है।
मंदिर की गौशाला में मौजूद हैं हज़ारों गाय
मंदिर प्रशासन से जुड़े व्यक्ति के मुताबिक़ अक्षय निधि अधिनियम (Endowments Act) कहता है कि अन्य धर्मों के लोग इस मंदिर शहर में नहीं रह सकते हैं। लेकिन श्रीशैलम में रहने वाले मुस्लिमों ने इसके विरोध में अदालत का रुख किया और फ़िलहाल यह मामला अदालत में लंबित है।
गौशाला सुपरवाइजर पर गौहत्या का आरोप लगाए जाने के बाद उसका स्थानान्तरण कर दिया गया। श्रीशैलम ब्रह्मारम्भा मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर द्वारा संचालित गौशाला में लगभग 1542 गाय-बैल मौजूद हैं।