देश की राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक मोहल्ला है “पाकिस्तान वाली गली”। यहॉं के निवासियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मोहल्ले का नाम बदलने की गुहार लगाई है। यहॉं कि निवासियों का कहना है कि नाम की वजह से उन्हें सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित होना पड़ता है।
असल में, विभाजन के दौरान कुछ लोग पाकिस्तान से आकर यहॉं बस गए थे, जिसके कारण इस गली का नाम ‘पाकिस्तान वाली गली’ पड़ गया। यहॉं रह रहे लोगों का कहना है कि उनके पूर्वज पाकिस्तान से आकर बस गए थे, इसमें उनकी कोई गलती नहीं है।
एक निवासी ने बताया, “हम भारतीय हैं। बहुत पहले हमारे चार पूर्वज यहॉं आकर बसे थे। लेकिन, अब भी हमारे आधार कार्ड पर पाकिस्तान वाली गली लिखा हुआ है। हम इस देश का हिस्सा हैं तो फिर क्यों हमें पाकिस्तान के नाम पर अलग किया जा रहा।”
निवासियों का कहना है कि वे रोजगार और अपने बच्चों के लिए शिक्षा चाहते हैं। स्थानीय निवासी भूपेश कुमार ने बताया, “आधार कार्ड दिखाने के बावजूद हमें काम नहीं मिलता। हमने अपने बच्चों की शिक्षा पर बहुत पैसे खर्च किए हैं, लेकिन फिर भी उनको नौकरी नहीं मिलती। हम बेहद परेशान हैं। हम पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस कॉलोनी का नाम बदलने और रोजगार की मांग कर रहे हैं।”
एक अन्य निवासी ने बताया, “लोग हमसे बहुत बुरा बर्ताव करते हैं, जैसे हम दूसरे देश के हों। यह सब ‘पाकिस्तान वाली गली’ नाम के कारण हो रहा है। हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी तक हमारी गुहार पहुॅंची तो वे इस मामले पर एक्शन जरूर लेंगे।”
इस मोहल्ले में करीब 60-70 घर हैं और यहॉं के निवासी चाहते हैं कि उनके मोहल्ले का नाम सरकार बदल दे ताकि अपने ही देश में खुद को उपेक्षित और अलग-थलग महसूस न करें।