क्रिकेटर ऋषभ पंत (Cricketer Rishabh Pant) की कार दुर्घटना के वक्त उनकी जान बचाने वाले बस ड्राइवर और कंडक्टर को पानीपत बस डिपो ने सम्मानित किया गया है। वहीं, इनके बहादुरी पूर्ण कामों को देखते हुए उम्मीद है कि हरियाणा सरकार भी इन्हें सम्मानित करेगी। उधर उत्तराखंड के डीजीपी ने भी इन दोनों के साथ-साथ मदद करने वाले तीन दिहाड़ी मजदूरों को भी सम्मानित करने की घोषणा की है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ऋषभ पंत की मदद करने वाले लोगों को सरकार सम्मानित करेगी। उन्होंने कहा कि इन लोगों को भारत सरकार की गुड सेमेरिटन योजना के तहत पुरस्कृत किया जाएगा। जिन लोगों ने ऋषभ पंत की मदद की थी, उनमें हरियाणा रोजवेड के ड्राइवर सुशील कुमार, कंडक्टर परमजीत और कुछ स्थानीय लोग थे। स्थानीय लोगों में तीन दिहाड़ी मजदूर भी थे।
उधर हरियाणा के पानीपत बस डिपो के जेनरल मैनेजर के जांगड़ा ने कहा कि बस चालक सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत ने गुरुकुल नारसन के पास डिवाइडर पर एक अनियंत्रित कार की टक्कर देखी। इसके बाद वे भागकर वहाँ पहुँचे और उसमें फँसे हुए यात्री की मदद कर उसे बाहर निकाला। उसके बाद एंबुलेंस को बुलाकर उन्हें अस्पताल भेजवाया था।
कंडक्टर परमजीत ने कहा कि जैसे ही उन दोनों ने ऋषभ पंत को कार से बाहर खींचा, 5-7 सेकंड में कार में आग लग गई और वह कुछ ही देर में जलकर खाक हो गई। उन्होंने कहा, “उनकी पीठ में गंभीर चोट लगी थी। हमने उनके बारे में पूछा, तब उन्होंने कहा कि वे भारतीय टीम के क्रिकेटर ऋषभ पंत हैं।”
Haryana | Bus driver Sushil Kumar & conductor Paramjeet spotted an uncontrolled car ram over the divider near Gurukul Narsan. They ran towards car to help the passenger. We have honoured them, state govt will too honour them for the work of humanity: Panipat Bus Depot GM K Jangra pic.twitter.com/J3pE410n8A
— ANI (@ANI) December 31, 2022
बस के चालक सुशील कुमार ने बताया कि घटना के वक्त कुछ लोग वीडियो बनाने में लगे थे और कोई पैसे उठा रहा था। कुछ बस वहाँ से गुजरी, लेकिन कोई नहीं रूका। उन्होंने कहा कि उन्होंने वीडियो बनाने वाले लोगों से भी ऐसा ना करने के लिए कहा। उधर, पैसे और बैग लेकर भागने की घटना से पुलिस ने इनकार किया है।
सुशील कुमार ने बताया कि दुर्घटना के बाद ऋषभ पंत के पैसे सड़क पर ही बिखरे पड़े थे। उन्होंने सात-आठ हजार रुपए उठाकर उसके हाथ पर रख दिए। कार में एक अटैची थी, जिसे एंबुलेंस में डाल दी थी। इस दौरान ऋषभ की उनकी माँ से भी बात कराने की कोशिश की, लेकिन उनका मोबाइल स्वीच ऑफ मिला।
दोनों की बहादुरी की तारीफ पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण और पूर्व क्रिकेटर एवं सांसद हरभजन सिंह ने भी की। ड्राइवर और कंडक्टर को रियल हीरो बताते हुए वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा, “ऋषभ पंत को जलती हुई कार से दूर ले जाने वाले हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर सुशील कुमार का आभार। उसे बेडशीट में लपेट कर एंबुलेंस बुलाई। आपकी निस्वार्थ सेवा के लिए हम आपके बहुत ऋणी हैं सुशील जी।”
बता दें कि पंत अपनी माँ को सरप्राइज देने के लिए देहरादून अकेले जा रहे थे। इसी दौरान शुक्रवार (30 दिसंबर 2022) को सुबह उनकी तेज स्पीड कार रुड़की के पास डिवाइडर से टकराने के बाद उछलकर दूर जा गिरी। इस हादसे में वे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उनकी पीठ, सिर और पैर में चोटें आई हैं।
इलाज के लिए उन्हें मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उनकी रीढ़ और दिमाग का MRI स्कैन कराया है। ये दोनों रिपोर्ट नॉर्मल है। अब उनके घुटने और टखने का MRI कराया जाएगा। उनके चेहरे पर भी चोटें आई हैं। डॉक्टरों ने उनके चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी की है।
डॉक्टरों का मानना है कि पंत को पूरी तरह रिकवर होने में 6 महीने से भी अधिक का समय लग सकता है। ऐसे में ऋषभ पंत कई महत्वपूर्ण सीरीज में शामिल नहीं होंगे। श्रीलंका के खिलाफ 3 जनवरी से शुरू होने वाली घरेलू T-20 और वनडे सीरीज में ऋषभ पंत को शामिल नहीं किया गया है।