Thursday, November 7, 2024
Homeदेश-समाजघर से परीक्षा देने निकली लड़की, अगवा कर मस्जिद ले गया साबिर मिर्जा: जबरन...

घर से परीक्षा देने निकली लड़की, अगवा कर मस्जिद ले गया साबिर मिर्जा: जबरन धर्मांतरण के बाद निकाह, मौलवी की भूमिका की भी हो रही जाँच

रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपित साबिर मिर्जा पीड़िता को पड़ोसी जिले बांदा की किसी मस्जिद में ले गया था। इस दौरान एक मौलवी ने पीड़िता का निकाह और धर्मान्तरण करवाया।

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से एक हिन्दू लड़की को अगवा कर उसका धर्मांतरण कर निकाह किए जाने की खबर है। रिपोर्टों के अनुसार आरोपित साबिर मिर्जा लड़की को अगवा कर बांदा की एक मस्जिद में ले गया। वहाँ धर्म परिवर्तन करवाकर उससे निकाह किया। पुलिस ने लड़की को बरामद कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में मौलवी की भूमिका की भी जॉंच करवाई जा रही है।

पीड़िता 31 मार्च 2022 को घर से परीक्षा देने के लिए निकली थी। जब वह वापस घर नहीं लौटी तो उसके पिता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। जाफरगंज के DSP ने बताया, “थाना गाज़ीपुर में एक व्यक्ति ने अपनी बेटी को किसी के द्वारा बहला-फुसलाकर ले जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी। इस संबंध में थाने पर FIR दर्ज की गई और पीड़िता को बरामद कर लिया गया है। बरामदगी के बाद जानकारी मिली कि उसका धर्म परिवर्तन करवाने का प्रयास किया जा रहा था। साथ ही उसको धमकी भी दी जा रही थी। इस संबंध में 24 वर्षीय साबिर मिर्जा को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया है। आगे की जाँच चल रही है।”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपित साबिर मिर्जा पीड़िता को पड़ोसी जिले बांदा की किसी मस्जिद में ले गया था। इस दौरान एक मौलवी ने पीड़िता का निकाह और धर्मान्तरण करवाया। आरोपित मिर्जा पर IPC की धारा 366, 386, 420, 506 व 3/5 उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2021 के तहत केस दर्ज किया गया है। इस घटना से जुड़े बाकी संदिग्धों की भूमिका की जाँच हो रही है।

गौरतलब है कि इस घटना से तीन दिन पहले फतेहपुर जिले के ही थाना ललौली में लव जिहाद का मामला सामने आया था। तब एक शादीशुदा महिला का बहला-फुसलाकर और अपना नाम बदल कर हसन मोहम्मद ने गाजियाबाद की एक मस्जिद में धर्मान्तरण करवाया था। साथ ही उससे जबरन निकाह भी कर लिया था। महिला को नया नाम रुखसाना दिया गया था। इस घटना में पुलिस ने हसन मोहम्मद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मंदिर पर हमले के बाद जस्टिन ट्रूडो की नई चिरकुटई: खालिस्तानियों से सुरक्षा का भरोसा नहीं दे रहा कनाडा, भारतीय दूतावास को रद्द करने...

कनाडा ने भारतीय दूतावास के काउंसिलर कैम्प कार्यक्रमों को सुरक्षा देने से मना कर दिया है। इन कैम्प में जीवन प्रमाण दिए जाते हैं।

वक्फ ट्रिब्यूनल होने का मतलब कोर्ट की कोई औकात होना नहीं: केरल हाई कोर्ट ने कर दिया क्लियर, कहा- सिविल कोर्ट को आदेश लागू...

हाई कोर्ट ने कहा कि वक्फ न्यायाधिकरण होने के बावजूद सिविल कोर्ट को पुराने वक्फ विवादों से संबंधित अपने आदेशों को लागू करने का अधिकार है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -