Sunday, November 17, 2024
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‘विपक्ष की साजिश से हो रहा पहलवानों का धरना’: बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में उतरे अयोध्या के साधु-संत, बोले- जरूरत पड़ी तो करेंगे दिल्ली कूच

अयोध्या की हनुमान गढ़ी के महंत बलराम दास ने कहा है कि बृजभूषण शरण सिंह पर सोची समझी साजिश के तहत आरोप लगाया गया है। उन पर लगे आरोप झूठे हैं।

‘भारतीय कुश्ती संघ (WFI)’ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर धरना दे रहे हैं। इन सबके बीच अयोध्या के संत बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में आ गए हैं। संतों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर वह दिल्ली कूच करेंगे और धरना प्रदर्शन करेंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अयोध्या से बड़ी संख्या में साधु-संत गोंडा पहुँचे। यहाँ उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन का ऐलान किया। संतों ने कहा है कि विपक्ष की साजिश के तहत पहलवान धरना दे रहे हैं। यदि उनका धरना इसी तरह चलता रहा तो संत मजबूरन दिल्ली के लिए कूच करेंगे। यही नहीं, संतों ने कहा है कि वह दिल्ली जाकर वहाँ जंतर-मंतर में बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में धरना प्रदर्शन भी करेंगे।

इस दौरान अयोध्या की हनुमान गढ़ी के महंत बलराम दास ने कहा है कि बृजभूषण शरण सिंह पर सोची समझी साजिश के तहत आरोप लगाया गया है। उन पर लगे आरोप झूठे हैं। आरोप लगाने वालों ने भगवान श्रीराम और माता सीता को भी नहीं छोड़ा था। किसी भी मामले में धरना देने से समस्या हल नहीं होती जाँच से ही सच्चाई सामने आएगी। धरने में राजनीतिक दल के लोगों को बुलाया जा रहा है। इससे यह साबित होता है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।

क्या है मामला

दरअसल, पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण और मानसिक प्रताड़ना समेत कई तरह आरोप लगाए हैं। इन आरोपों को लेकर पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर मैदान पर धरना दे रहे हैं। पहलवानों के आरोपों के आधार पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 2 FIR भी दर्ज की गईं हैं। इन एफआईआर में से एक में POSCO एक्ट की धाराएँ भी लगाई गई हैं। हालाँकि, एफआईआर के बाद भी पहलवान धरना खत्म करने को तैयार नहीं है। वह बृजभूषण की गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं।

अपराधी नहीं हूँ इसलिए इस्तीफा नहीं दूँगा: बृजभूषण

WFI के अध्यक्ष और गोंडा से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने महिला पहलवानों के आरोपों को लेकर शनिवार (29 अप्रैल 2023) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा है, “पहले पहलवानों की माँग थी कि FIR की जाए। FIR हो गई। अब ये कहते हैं कि जेल के अंदर होना चाहिए। सारे पदों से इस्तीफा देना चाहिए। मुझे जो लोकसभा का पद मुझे मिला है, वो विनेश फोगाट ने नहीं जनता ने दिया है। एक बार नहीं, बल्कि 6-6 बार दिया है। मुझे ही नहीं, मेरी पत्नी को भी दिया है। कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद भी उन्होंने नहीं दिया है, चुनाव लड़कर जीता हूँ।”

भाजपा सांसद ने कहा कि इन आरोपों के पीछे देश के कुछ उद्योगपति और कॉन्ग्रेस का हाथ है। उन्होंने आगे कहा, “मैं पूछता हूँ कि आरोपों के पीछे एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों है? हरियाणा के अन्य खिलाड़ी क्यों नहीं हैं। हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि के खिलाड़ी क्यों नहीं हैं?”

सांसद ने आगे कहा, “12 साल से इनका यौन शोषण हो रहा है और वो यौन शोषण देश के अन्य खिलाड़ियों के साथ क्यों नहीं होता है? हरियाणा के बाकी 90 प्रतिशत खिलाड़ी मेरे साथ हैं, क्योंकि मैंने काम किया है। इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है। मैं अपराधी नहीं हूँ। इसलिए अगर मैं इस्तीफा देता हूँ तो इसका मतलब होगा कि मैंने आरोपों को स्वीकार कर लिया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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