हैदराबाद के मुत्यालम्मा मंदिर में देवी की प्रतिमा को खंडित करने वाला 30 वर्षीय कंप्यूटर इंजीनियर सलीम सलमान इस्लामी कट्टरपंथी जाकिर नाइक का वीडियो देखा करता था। वह सोशल मीडिया पर इस्लामी तकरीरें देख-सुनकर कट्टरपंथी बना था। हैदराबाद की मंदिर में देवी की प्रतिमा को खंडित करने से पहले वह मुंबई में भी गणेश पूजा पंडाल में तोड़फोड़ कर चुका है।
मंगलवार (15 अक्टूबर 2024) को गिरफ्तार सलीम सलमान ने पूछताछ में हैदराबाद पुलिस को बताया कि वह मुंबई का मूल निवासी है। वह इस्लामी कट्टरपंथियों की वीडियो देखा करता था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “वह स्वयं कट्टरपंथी बन गया और मूर्तिपूजा जैसे अन्य धर्मों की प्रथाओं के प्रति कट्टरपंथी मानसिकता और घृणा विकसित कर ली।”
आरोपित सलमान साल 2022 में मुंबई में भी इसी तरह की तोड़फोड़ की घटनाओं में शामिल था। वह जूते पहनकर गणेश पूजा पंडाल में घुस गया था और स्थानीय लोगों पर हमला कर दिया था। पुलिस ने बताया कि आरोपित सलमान एक महीने के पर्सनालिटी डेवलपमेंट पाठ्यक्रम के लिए हैदराबाद आया था।
दरअसल, सलीम सलमान मस्जिद जाते समय मंदिर को निशाना बनाया था। आरोपित ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह सिकंदराबाद के ‘सिने पुलिस होटल’ में ठहरा हुआ था। आरोपित की जानकारी के आधार पर पुलिस ने 50 कमरों वाले होटल पर छापा मारा, जहाँ पता चला कि यह होटल ज्यादातर चोरों द्वारा किराए पर लिया जाता था।
पुलिस ने आगे बताया कि सलीम सलमान के साथ और भी असामाजिक तत्व मंदिर पर हमला कर रहे थे, लेकिन बाकी सभी भाग गए। बता दें कि सोमवार (14 सितंबर 2024) को तेलंगाना के कुर्मागुड़ा क्षेत्र में मुत्यालम्मा मंदिर की मूर्ति तोड़े जाने के बाद सिकंदराबाद में तनाव पैदा हो गया, जिससे स्थानीय हिंदू निवासियों में गुस्सा और विरोध भड़क गया।
यह घटना पास के पासपोर्ट कार्यालय के पास की है। घटना के दौरान लोगों ने इस कट्टरपंथी को स्थानीय लोगों ने तुरंत पकड़ लिया। बाद में उसे मार्केट पुलिस स्टेशन की हद में पुलिस को सौंप दिया गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। घटना के बाद अधिकारियों ने सुरक्षा कड़ी कर दी और शांति बहाल करने के प्रयास कर रहे हैं।
इस बीच, स्थानीय लोगों ने मंदिर के पास प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की। प्रदर्शन में बीजेपी नेता भी शामिल हुए। इस प्रदर्शन के दौरान हैदराबाद लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार माधवी लता समेत कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी कर लिया गया। वहीं, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी भी मंदिर पहुँचे थे।।
उन्होंने इस घटना को ‘शर्मनाक‘ करार दिया और कुछ लोगों पर जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप लगाया। इस बीच, घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जिसमें एक युवक सफेद कुर्ता और काली इस्लामिक टोपी पहने देवी की मूर्ति पर लात मारते हुए दिख रहा है। उसने मूर्ति को बेरहमी से तोड़ा और उसके टुकड़े ज़मीन पर फेंक दिए।