Tuesday, November 19, 2024
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‘शौर्य चक्र सम्मानित बलविंदर सिंह की हत्या के लिए पंजाब की कॉन्ग्रेस सरकार जिम्मेदार, मिन्नतों के बावजूद नहीं दी सिक्योरिटी’

शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह की पत्नी जगदीश कौर ने कहा, "हमारे परिवार पर हमलों की 42 पंजीकृत एफआईआर हैं और कई ऐसे अनगिनत अन्य हमले भी हुए जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं है। सुरक्षा वापस लेना गलत था।"

पंजाब में आतंकवाद से लड़ने वाले शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह (62) की पंजाब के तरण तारण जिले में अज्ञात हमलावरों ने कल (16 अक्टूबर, 2020) गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने बलविंदर पर उस समय हमला किया जब वह भीखीविंड गाँव में अपने घर से लगे दफ्तर में थे। बेरहमी से सिंह को मौत के घाट उतारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।

वहीं अब उनकी पत्नी जगदीश कौर ने अपने पति की हत्या का जिम्मेदार कॉन्ग्रेस शासित राज्य सरकार पर लगाया है। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह की पत्नी जगदीश कौर ने कहा, “हमारे परिवार पर हमलों की 42 पंजीकृत एफआईआर हैं और कई ऐसे अनगिनत अन्य हमले भी हुए जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं है। सुरक्षा वापस लेना गलत था।”

बलविन्दर सिंह के भाई रंजीत सिंह ने बताया था कि राज्य सरकार ने तरण तारण पुलिस की सिफारिश पर एक साल पहले उनका सुरक्षा घेरा वापस ले लिया था। उन्होंने कहा कि पूरा परिवार आतंकवादियों की हिट लिस्ट में रहा है।

सिंह की पत्नी ने कॉन्ग्रेस की अगुवाई वाली अमरिंदर सरकार पर पति की हत्या को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने आगे कहा, “इसके लिए (हत्या) सरकार, प्रशासन और खुफिया एजेंसियाँ ​​जिम्मेदार हैं। हमने फिर से सुरक्षा की माँग की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जिनके लिए सिक्यूरिटी कवर सिर्फ स्टेटस सिम्बल है, उन्हें भी प्रदान किया गया है। जबकि हमें वास्तव में इसकी आवश्यकता थी, लेकिन हमें प्रदान नहीं किया गया।”

वहीं बलविंदर सिंह की बेटी प्रनप्रीत कौर ने कहा, “अगर हमारे पास सुरक्षा होती तो ऐसा नहीं होता, क्योंकि हत्यारों को प्रतिशोध की आशंका होती। हमने कई ईमेल, लिखित आवेदन भेजे और अधिकारियों से भी मुलाकात की, लेकिन फिर भी हमें कोई सुरक्षा नहीं मिली।”

बता दें इससे पहले पत्नी जगदीश कौर ने पत्रकारों से कहा था कि, जब तक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक परिवार उनका अंतिम संस्कार नहीं करेगा। उन्होंने अपने परिवार के लिए सुरक्षा की माँग भी की थी। संधू की पत्नी ने कहा, परिवार के सभी सदस्य, मैं, मेरे दिवंगत पति और उनके भाई रंजीत सिंह संधू तथा उनकी पत्नी बलराज कौर संधू शौर्य चक्र से सम्मानित हैं। केन्द्र ने आतंकवाद से लड़ने के लिये हमें यह सम्मान दिया था। जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादियों ने मेरे पति को मार डाला।

वहीं ताजा खबरों के अनुसार, एसडीएम राजेश शर्मा ने माँगे मानने का आश्वासन दिया। इसके बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए हैं। बता दें बलविंदर सिंह कई साल तक राज्य में आतंकवाद के खिलाफ बहादुरी से लड़ते रहे और आतंकवादियों ने पहले भी कई बार उन पर हमले किये थे।

गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे बाइक पर 2 लोगों ने बलविंदर का दरवाजा खटखटाया। बलविंदर ने गेट खोला तो एक हमलावर घर में ही बने ऑफिस में आ गया और बलविंदर पर 4 राउंड फायर कर भाग गया। वहीं बलविंदर के भाई रणजीत सिंह ने संदेह जताया है कि इस हमले के पीछे आतंकी हो सकते हैं। पुलिस अधिकारी अभी इस बारे में कुछ भी नहीं बता रहे हैं। पुलिस पर ढिलाई बरतने का भी आरोप है। परिवार के मुताबिक, हमले की जानकारी दिए जाने के आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुँची,  जबकि थाना घर के पास ही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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