श्रद्धा वालकर हत्याकांड में हैरतअंगेज खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने अदालत को बताया है कि आफताब के घर से एक नोटबुक और नक्शा बरामद हुआ है। उस नोटबुक में आफताब ना सिर्फ लाश के टुकड़ों का हिसाब रख रहा था, बल्कि ये भी लिखता था कि वह उसे कहाँ फेंकता है।
दिल्ली पुलिस ने आफताब की हिरासत अवधि मंगलवार (22 नवंबर 2022) को समाप्त होने के बाद कोर्ट में रिमांड लेटर दिया था, जिसमें पुलिस ने अदालत के सामने सनसनीखेज खुलासे किए थे। पुलिस ने बताया कि आफताब के घर से एक रफ साइट प्लान मिला है। साथ ही एक नोट बुक भी मिला है।
पुलिस के हाथ जो रफ साइट प्लान लगा है, उसमें कुछ नक्शे, ड्राइंग और जगहों के नाम लिखे हैं। इनमें महरौली के जंगल, मैदानगढ़ी, मैदानगढ़ी का तालाब, महरौली का सौ फुटा रोड और गुरुग्राम की डीएलएफ फेज-3 की कुछ जगहों के नाम लिखे हैं।
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, आफताब ने नक़्शे में अपने फ़्लैट को केंद्र में और आसपास नदी, पेड़, रास्ते, तालाब, इमारत को दर्शाया है। इसके आलावा नक़्शे में 32 छोटे और बड़े बिंदु हैं। इसी नक्शे के हाथ लगने के बाद पुलिस की टीम पहली बार महरौली से जंगल से निकल मैदानगढ़ी के तालाब तक पहुँची थी। नक्शे में दिल्ली के अलावा गुरुग्राम की डीएलएफ फेस-3 का भी जिक्र है।
पुलिस को शक है कि आफताब ने लाश के टुकड़े करनेवाली आरी और ब्लेड को गुरुग्राम में ही DLF फेज 3 की झाड़ियों में फेंका है। वहीं दिल्ली पुलिस ने पहली बार एक लिखित बयान के जरिए अदालत को बताया है कि उसने श्रद्धा की लाश के टुकड़ों की कुछ हड्डियाँ और जबड़े का कुछ हिस्सा बरामद कर लिया है।
नई जानकारी के मुताबिक, आफताब के घर के अंदर फर्श पर लगी टाइल्स के गैप से सीएफएसएल ने खून के कुछ धब्बे बरामद किए हैं। कमरे और किचन के अलावा पुलिस ने उस बाथरूम के भी कुछ टाइल्स उखाड़े, जिस बाथरूम में श्रद्धा की लाश के आफताब ने टुकड़े किए थे। बाथरूम की टाइल्स के गैप से भी खून के कुछ नमूने हाथ लगे हैं। इन सारे सबूतों को जाँच के लिए सीएफएसएल भेज दिया गया है।
इससे पहले पुलिस के हाथ एक इंसानी जबड़ा लगा था। पुलिस को यकीन है कि ये जबड़ा श्रद्धा का ही है। इस जबड़े के साथ कुछ दांत भी हैं। इनमें एक-दो दांतों का रूट कनाल भी हुआ है। दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में जब श्रद्धा के पिता और भाई से बात की, तो पता चला कि श्रद्धा की दो दांतों का रूट कनाल हुआ था। दिल्ली पुलिस के लिए संभवतः यह एक बड़ी कामयाबी है।
वहीं श्रद्धा ने साल 2020 में तुलिंज पुलिस स्टेशन में आफ़ताब के खिलाफ शिकायत कराई थी। उसने आरोप लगाया था कि आफ़ताब उसके साथ मारपीट करता था। साथ ही कहा था कि यदि उसे कुछ भी होता है तो इसके लिए आफ़ताब जिम्मेदार होगा। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि श्रद्धा की चिट्ठी पर कार्रवाई होनी चाहिए थी। उस समय जाँच क्यों नहीं हुई थी इसकी जाँच होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई होती तो उसकी जान बच सकती थी।