हिन्दुओं की तुलना कुत्ता और काफिर से करने वाले मुफ़्ती सलमान अजहरी की रिहाई के लिए बरेली में मुस्लिम की भीड़ ने बैनर-पोस्टर लहराए हैं। भड़काऊ भाषण देने वाले मुफ़्ती की रिहाई के लिए मुस्लिम भीड़ ने दुआ भी पढ़ी। बड़े मौलानाओं ने भी सलमान अजहरी का समर्थन किया है और उसके साथ होने की बात कही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बरेली में आला हजरत दरगाह पर उर्स-ए-रजवी में यह घटना हुई है। बरेली में अगस्त के अंत में आला हजरत दरगाह पर उर्स-ए-रजवी का आयोजन किया गया था। यहाँ बड़ी संख्या में देश बहर से मुस्लिम इकट्ठा हुए हैं। इस कार्यक्रम में 30 अगस्त, 2024 को कार्यक्रम के समापन के मौके पर बड़ी मुस्लिम भीड़ बैनर-पोस्टर लेकर पहुँची। इस भीड़ ने मुफ़्ती सलमान अजहरी की रिहाई की माँग को लेकर नारे लगाए। उन्होंने चलते कायर्क्रम के बीच शोर मचाना चालू कर दिया।
इसके बाद मंच मौजूद मौलानाओं ने नारे लगाने वालों को शांत किया। मौलानाओं ने उनकी रिहाई वाली माँग का समर्थन किया। मंच पर मौजूद एक मौलाना आकिल रजवी ने कहा कि वह मुफ़्ती के साथ हैं। मौलाना आकिल ने यह भी कहा कि अगर कोई किसी सहाबी के खिलाफ बोलेगा तो उसकी जबान बंद कर दी जाएगी।
मंच पर से ही मुफ़्ती सलमान अजहरी की रिहाई के लिए दुआ भी पढ़ी गई। मौलाना ने अपील की जब भी नारे लगाने वालों से कहा जाए वह बस बाहर निकल आएँ। मौलाना सलमान अजहरी की रिहाई की माँग करने वालों ने इसके बाद फिलिस्तीन के लिए दुआ पढ़ी।
गौरतलब है कि मुफ़्ती सलमान अजहरी फरवरी, 2024 से गुजरात की एक जेल में बंद है। मुफ़्ती सलमान अजहरी 31 जनवरी, 2024 को गुजरात के जूनागढ़ के एक कार्यक्रम में हिन्दुओं की तुलना कुत्ते से की थी। सलमान अजहरी ने कहा था, ” ”मुसलमानों घबराओ मत, अभी खुदा की शान बाकी है। अभी इस्लाम जिंदा है, अभी कुरान बाकी है, ऐ जालिम काफिर क्या समझता है जो रोज हमसे उलझता है, अभी तो कर्बला का आखिरी मैदान बाकी है। कुछ देर की खामोशी है, किनारा आएगा… आज कुत्तों का वक्त है, कल हमारा दौर आएगा।”
मुफ़्ती सलमान अजहरी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद उसे मुंबई से गुजरात की ATS पकड़ ले गई थी। उसका एक और वीडियो सामने आया था जहाँ वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अपमानजनक भाषा बोल रहा था। मुफ़्ती सलमान अजहरी पर गुजरात ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी कई FIR दर्ज की जा चुकी हैं। उसके खिलाफ दंगा भड़काने से लेकर सम्पत्ति नष्ट करने तक के मामले दर्ज हैं।