उत्तराखंड के रुड़की में पटाखे जलाने पर हिन्दुओं पर पत्थरबाजी की गई। जब दीपावली के दिन हिन्दू पटाखे फोड़ रहे थे, तभी अचानक से लगभग 60 की संख्या में मुस्लिम भीड़ पहुँची और उन्होंने हिन्दुओं पर हमला कर दिया। लिब्बरहेड़ी गाँव में हुई इस घटना में पहले तो कहासुनी हुई लेकिन बाद में मुस्लिम पत्थरबाजी पर उतर आए, जिसके बाद कई लोग घायल हो गए। इस मामले में मेहरुद्दीन, सोहेल और शाहनवाज सहित 60 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है।
इस घटना से पहले अनुज नामक युवक अपने चाचा के यहाँ दूध देकर वापस लौट रहा था। तभी शमीम की दुकान पर खड़े मुस्लिमों ने उस पर हमला कर दिया। अनुज बाइक पर था। उसे जान से मारने की कोशिश की गई। इसके बाद किसी तरह से जान बचा कर निकले अनुज ने इसकी सूचना अपने घर पर दी। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी आ गए।
कहा जा रहा है कि इस घटना की शुरुआत पटाखे फोड़ने के विरोध से हुई। मुस्लिमों की उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियाँ भी चलानी पड़ी। जब मुस्लिमों ने पत्थरबाजी की तो कई लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया। पुलिस के आने के बाद भी पत्थरबाजी चालू रही।
रात में भी गाँव में पुलिस तैनात कर दी गई और दोनों समुदायों के प्रबुद्ध जनों से बातचीत कर पुलिस ने शांति बरतने की अपील की। पत्थरबाजी के दौरान घटनास्थल पर लोग अपने-अपने छतों पर जा चढ़े, जहाँ से उन्होंने वीडियो बनाए। सोशल मीडिया पर भी इस घटना के कई वीडियो सर्कुलेट हो रहे हैं। पुलिस के पास भी ये वीडियो पहुँचे हैं, जिस आधार बना कर गिरफ्तारियाँ की जा रही हैं। इस घटना के बाद कई मुस्लिम आरोपित अपने घरों से फरार हो गए, जिनमें से 3 को अगले दिन दोपहर में गिरफ़्तार किया जा सका। फरार चल रहे सुहैल को गिरफ़्तार करने के लिए पुलिस लगी हुई है।
@ippatel @KapilMishra_IND रुड़की: पटाखे जलाने को लेकर दो समुदायों के बीच में पथराव, तनाव के बाद गांव में पीएसी तैनात https://t.co/JL7fdEKbe5
— Dr. N K Singh?? (@Drnksingh16) October 28, 2019
वहीं इस मामले में जहाँ हिन्दू पक्ष ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है, मुस्लिम पक्ष की तरफ से पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली है। पुलिस ने वीडियो के आधार पर अन्य आरोपितों की पहचान की है। गाँव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पीएसी अभी भी तैनात है।