बिहार के औरंगाबाद जिले में मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति द्वारा माँ लक्ष्मी की मूर्ति तोड़ने का मामला सामने आया है। आरोपित का नाम मोहम्मद खालिद है। आरोप है कि खालिद ने पत्थर फेंके थे जिससे मूर्ति का हाथ टूट गया। घटना के बाद गाँव में तनाव फ़ैल गया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। घटना मंगलवार (25 अक्टूबर 2022) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला रफीगंज थानाक्षेत्र के गाँव शैलोपुर का है। पीड़ित बलिराम साव ने मामले की शिकायत पुलिस में दी है। शिकायत के मुताबिक गाँव के कुछ हिन्दू प्रतिमा लेकर आ रहे थे। तभी उसी गाँव के मोहम्मद खालिद ने मूर्ति पर पथराव कर दिया। एक पत्थर मूर्ति पर लगा जिससे माता लक्ष्मी का हाथ टूट गया। घटना के जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची और हालात पर काबू पाया।
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपित मोहम्मद खालिद को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी राम इकबाल यादव के मुताबिक पत्थरबाजी अकेले खालिद ने ही की थी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में शांति-व्यवस्था कायम है।
तेजी से बढ़ रहीं मूर्तियों पर हमले की घटनाएँ
हिन्दू मंदिरों और मूर्तियों को निशाना बनाने की हाल में कई घटना सामने आई है। 18 अक्टूबर 2022 को मेरठ के एक मंदिर में मौजूद समाधि पर पेशाब के आरोप में पुलिस ने शोएब को गिरफ्तार किया था। अक्टूबर 2022 में ही बरेली के एक मंदिर के दान पात्र से जुबैर को चोरी करते पकड़ा गया था। पकड़े जाने पर उसने मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भी दी थी। इसी माह आगरा में साहिल नाम के मैरिज हॉल के मालिक पर माँस और जूठी हड्डियाँ बगल के दुर्गा मंदिर में फेंकने का केस दर्ज हुआ था।
मार्च 2021 में उत्तर प्रदेश के ही गाजियाबाद में आसिफ को शिवलिंग पर पेशाब करते पकड़ा गया था। जुलाई 2019 में इरशाद उर्फ ईरानी ने UP के ही जहाँगीरबाद में महादेव के मंदिर में शिवलिंग पर पेशाब किया था। प्राचीन शिव मंदिर की पवित्रता को तार-तार करने वाले इरशाद के खिलाफ बजरंग दल के सदस्यों ने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद बुलंदशहर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।