Sunday, November 17, 2024
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मौलवी अबु बक्र के 2 और साथी गिरफ्तार, एक के पास नेपाल की भी नागरिकता: पाकिस्तानी नंबर का भी इस्तेमाल, टारगेट थे नुपूर शर्मा-राजा सिंह जैसे हिंदुवादी नेता

पुलिस कमिश्नर गहलोत ने बताया है कि इस मामले में रजा नाम का एक युवक भी पकड़ा गया है। वह महाराष्ट्र के नांदेड का रहने वाला है। उसने पकड़े जाने से पहले ही अपना मोबाइल तोड़ दिया था, हम उसके मोबाइल से फॉरेंसिक लैब के पास भेजा गया है और उससे डाटा रिकवर करने का प्रयास हो रहा है।

हिंदू नेताओं की हत्या की साजिश रचने के मामले में गुजरात के सूरत से पकड़े गए मौलवी सोहेल अबू बक्र तिमोल से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। उसके दो साथी पकड़े गए हैं। इनमें से एक शहनाज है उसके पास भारत और नेपाल, दोनों की नागरिकता थी। उसके पास 17 मोबाइल नम्बर, 42 ईमेल आईडी थीं। उसके पास पाकिस्तानी नम्बर भी था।

सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने इस मामले की जाँच को लेकर बताया, “हमने मई के पहले सप्ताह में मौलवी सोहेल को पकड़ा था। इस मामले में जब जाँच हुई तो देश के अलग-अलग राज्यों में चलने वाला इनका मॉड्यूल सामने आया। सोहेल के पास से दो वोटर आईडी मिली हैं,दोनों के EPIC नम्बर भी अलग हैं, इसके पास से जन्म प्रमाण पत्र भी दो अलग-अलग जगह के मिले। एक जन्म प्रमाण पत्र सूरत का और एक महाराष्ट्र के नवापुरा का मिला है।”

उन्होंने आगे इस पूछताछ से हासिल हुई जानकारी को लेकर बताया, “इस पूरी जाँच में शहनाज नाम का एक व्यक्ति मुजफ्फरपुर से पकड़ा गया है, वह नेपाल के नम्बर का इस्तेमाल करता था। उसने एक नम्बर के आधार पर 17 वर्चुअल नम्बर बना रखे थे, वह इन नम्बरों का उपयोग करके लोगों को धमकाता था। इसके पास 42 ईमेल आईडी भी थीं, इसके जरिए वह गैंग चलाता था। उसके पास नेपाल और भारत, दोनों देशों की नागरिकता थी।”

इस मामले में पता चला है कि शहनाज नेपाल में भी रहता था। शहनाज का कहीं कहीं नाम मोहम्मद अली भी बताया गया है। पुलिस कमिश्नर गहलोत ने बताया है कि इस मामले में रजा नाम का एक युवक भी पकड़ा गया है। वह महाराष्ट्र के नांदेड का रहने वाला है। उसने पकड़े जाने से पहले ही अपना मोबाइल तोड़ दिया था, हम उसके मोबाइल से फॉरेंसिक लैब के पास भेजा गया है और उससे डाटा रिकवर करने का प्रयास हो रहा है।

उन्होंने बताया है कि यह व्यक्ति पाकिस्तानी नम्बर उपयोग करता था, यह उसे इसके पाक्सितानी हैंडलर डागर ने मुहैया करवाया था। उन्होंने बताया कि रजा कई पाकिस्तानियों का अनुसरण करता था जो कि भारत के खिलाफ जहर उगलते हैं। इन दोनों ने नुपुर शर्मा, बजरंग दल के कार्यकर्ता सुरेश राजपूत, ब्लॉगर शबनम शेख और शिव सेना नेता अमित अरोड़ा को धमकियाँ दी थीं।

गौरतलब है कि गुजरात पुलिस ने शनिवार (4 मई 2024) को सूरत से एक मौलवी को गिरफ्तार किया था। मौलवी का नाम सोहेल अबू बक्र तिमोल बताया गया था। इस 27 वर्षीय मौलवी पर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा, हैदराबाद के गोशमहल से भाजपा विधायक टी राजा सिंह, सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान सम्पादक सुरेश चव्हाणके और सोशल मीडिया पर सक्रिय हिंदू नेता उपदेश राणा की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पुलिस ने इससे पूछताछ करने के बाद यह सारी जानकारी निकाली है।

सोहेल के बारे में बताया गया था कि महाराष्ट्र के नंदुरबार का रहने वाला है। फिलहाल वह सूरत के एक मदरसे में हाफिज है और करजा-अम्बोली गाँव में मुस्लिम छात्रों को ट्यूशन के माध्यम से मज़हबी तालीम देता था। इन सभी के अलावा अबू बक्र सूरत के डायमंड नगर की एक धागा फैक्ट्री में मैनेजर के तौर पर भी ड्यूटी करता था। पुलिस ने मौलवी की जाँच की तो पाया कि वह पिछले डेढ़ साल से पाकिस्तान और नेपाल के हैंडलरों के सम्पर्क में था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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