डिप्लोमैटिक रूट के जरिए विदेशों से सोना की तस्करी करने की स्वप्ना सुरेश (Swapna Suresh) ने शुक्रवार (10 जून 2022) को एक पूर्व विजुअल जर्नलिस्ट शाज किरण (Shaj Kiran) के साथ हुई अपनी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग जारी की। इसमें शाज स्वप्ना को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Kerala CM Pinarayi Vijayan) और उनके परिवार के सदस्यों का नाम लेने को लेकर धमकी दे रहा है। हालाँकि, इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि होनी बाकी है।
बताते चले कि इससे एक दिन पहले यानी गुरुवार (9 जून 2022) को स्वप्ना ने आरोप लगाया था कि कोर्ट में CrPC की धारा 164 के तहत दिए अपने बयान में केरल के सीएम विजयन और उनके परिवार के सदस्यों का नाम लेने के कारण शाज ने उन्हें धमकी दी थी।
स्वप्ना ने इस ऑडियो को पलक्कड़ में जारी किया है। रिकॉर्डिंग के अनुसार, इस बातचीत में शाज किरण, पीएस सरित और स्वप्ना शामिल थीं। शाज इसमें सीएम विजयन और मुख्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन को पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताता है, लेकिन बयान में सीएम और उनके परिवार के लोगों का नाम लेने से मना करता है।
स्वप्ना का कहना है कि शाज किरण द्वारा धमकी देने के बाद उन्होंने इस बातचीत को रिकॉर्ड किया है। स्वप्ना ने कोर्ट में कहा था कि इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री विजयन, पत्नी कमला और बेटी वीणा भी शामिल हैं। इसके अलावा उनके पूर्व प्रमुख सचिव एम. शिवशंकर, उनके अतिरिक्त निजी सचिव सी.एम. रवींद्रन, पूर्व नौकरशाह नलिनी नेट्टो और पूर्व मंत्री के.टी. जलील की संलिप्तता के बारे में भी बताया था।
रिकॉर्डिंग में शाज स्वप्ना से कहता है कि इसमें सीएम की बेटी वीणा को घसीटने की क्या जरूरत थी। इस पर पीएस सरित कहता है कि वह लड़ाई लड़ेगा। फिर शाज कहता है कि लड़ाई लड़ने से फायदा क्या है, इसमें पहला व्यक्ति सीएम हैं।
बता दें कि स्वप्ना ने आरोप लगाया था कि कोर्ट में सीएम और उनके परिवार का नाम लेने के कारण इस तस्करी कांड के प्रथम आरोपित पीएस हरित का उनके अपार्टमेंट से अपहरण कर लिया गया है। पुलिस के रूप में चार लोग आए उसे उठा ले गए।
ऑडियो जारी करने के दौरान स्वप्ना ने आरोप लगाया कि सीएम पिनाराई विजयन और कोडियेरी बालकृष्णन के फंड को बिलीवर्स चर्च के जरिए भेजा जा रहा है। बिलीवर्स चर्च एक प्रोटेस्टेंट चर्च है, जो FCRA के उल्लंघन के आरोप में सवालों के घेरे में है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि शाज ने पहले कहा था कि उसकी पत्नी इस चर्च में काम करती थी।
द न्यूज मिनट के अनुसार, बातचीत के दौरान शाज स्वप्ना से कहता है कि इसके बाद अब कोई भी खुलासा नहीं करने के लिए कहता है। वह कहता है कि हीरो बनने की क्या जरूरत है। शिवशंकर (स्मगलिंग मामले में जेल में बंद सीएम के प्रमुख सचिव) को सजा मिले या ना मिले, इससे तुम्हें क्या? या तुम्हें कुछ फायदा हो तो बोलो।
इसके बाद स्वप्ना पूछती है किससे पैसे लूँ? इस पर शाज कहता है कि ‘तुम्हारे बयान से जिसको नुकसान हुआ है उससे लो’। तुम्हें उस अपराध के लिए जेल गई, जो तुमने किया ही नहीं। उसका मुआवजा माँगो। शाज कहता है, “कोई तुम्हें इस्तेमाल करके पैसे कमा रहा है। वह जानता है कि गेम कैसे खेला जाता है। तुम सिर्फ बलि का बकरा हो।”
ऑडियो जारी करने के दौरान स्वप्ना ने आरोप लगाया कि 164 बयान देने के बाद शाज ने उससे मिलने के लिए कहा था। इसके बाद वह 7 जून को अपने बेटे के साथ उसके द्वारा बताई गई जगह पर मिली। इस दौरान इब्राहिम नाम का एक अन्य व्यक्ति था, जो शाज का दोस्त बताया गया।
स्वप्ना के अनुसार, शाज ने भी उसे चेतावनी दी थी कि सरित को उठा लिया जाएगा और अगले दिन वही हुआ। स्वप्ना ने यह भी आरोप लगाया कि शाज ने उससे कहा था कि उसे पता होना चाहिए कि उसने किसके साथ खिलवाड़ किया है। उसने चेतावनी दी थी कि बयान में अपनी बेटी का नाम पिनाराई कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सरित के अपहरण से घबराई स्वप्ना ने शाज को अगले दिन 8 जून को पलक्कड़ के HRDS इंडिया कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया और वहीं पर बातचीत की पूरी रिकॉर्डिंग कर ली। स्वप्ना ने कहा, “मैंने उसे मदद लेने के लिए बुलाया था और उसे फंसाने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन शाजी ने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था।”