तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में एक 22 वर्षीय दलित महिला के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें से दो तमिलनाडु में सत्ताधारी पार्टी DMK के कार्यकर्ता हैं, जबकि चार नाबालिग हैं।
गिरफ्तार आरोपितों के नाम हरिहरन, जुनैथ अहमद, प्रवीण और मदासामी हैं। इसके अलावा 4 नाबालिगों को भी गिरफ्तार किया गया है, जो कक्षा 10-12 में पढ़ते हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने महिला के साथ कई बार रेप किया। विरोध करने पर वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता को इस मामले के मुख्य आरोपित हरिहरन ने उसके आवास के पास के एक गोदाम में मिलने का लालच दिया था। वहाँ पर उसने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया और इसका वीडियो भी बनाया। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर मुख्य आरोपित व उसके साथियों ने महिला से 6 महीने तक कई बार दुष्कर्म किया।
इससे तंग आकर महिला ने हिम्मत जुटाई और विरुधुनगर ग्रामीण पुलिस स्टेशन से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। अपराधियों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की बलात्कार संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। घटना के सामने आते ही ट्विटर पर ‘#Save_GirlsfromDMK’ ट्रेंड होने लगा। इसके बाद DMK नेता कनिमोझी ने ट्विटर पर कहा कि आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, चाहे उनका राजनीतिक जुड़ाव कुछ भी हो।
वहीं तमिलनाडु भाजपा प्रमुख, अन्नामलाई ने मंगलवार (22 मार्च, 2022) को कहा कि विरुधुनगर में एक 22 वर्षीय महिला से जुड़े ब्लैकमेल और गैंगरेप की घटना के बारे में जानकर वह स्तब्ध और दुखी हैं। तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इस शर्मनाक कृत्य में स्थानीय द्रमुक पदाधिकारी का शामिल होना अधिक चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा कि DMK सरकार लोगों को पुलिस व्यवस्था पर विश्वास नहीं दिला पा रही है।
Arresting these criminals is one thing but equally important is to improve the overall policing under this @arivalayam govt, which at present is not giving the common people any confidence
— K.Annamalai (@annamalai_k) March 22, 2022
Will @CMOTamilnadu insulate the local police from his party men’s tentacle hold?
2/2
अन्नामलाई ने ट्वीट करते हुए कहा, “इन अपराधियों को गिरफ्तार करना एक बात है, लेकिन इस द्रमुक सरकार के तहत समग्र पुलिस व्यवस्था में सुधार करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।” उन्होंने सवाल किया, “क्या तमिलनाडु के मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के लोगों की पकड़ से स्थानीय पुलिस को बचाएँगे?”