उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में जिस मदरसे में नकली नोट बनाने के रैकेट का पर्दाफाश हुआ था, उसे प्रशासन ने सील कर दिया है। इस मदरसे में फ़िलहाल 6 राज्यों के 70 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे, जिन्हें उनके घर भेज दिया गया है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने मदरसे को अवैध निर्माण घोषित कर दिया है। यह प्रशासनिक कार्रवाई बुधवार (4 सितंबर 2024) को हुई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 4 सितंबर की दोपहर में प्रयागराज पुलिस मदरसा कमेटी के साथ मदरसे पर पहुँची। यहाँ कानूनी प्रक्रियाओं के बाद मदरसे पर पुलिस ने ताला जड़ कर सीलिंग की कार्रवाई की। सील करने के दौरान मदरसे में उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा सहित 6 राज्यों के कुल 70 बच्चे मौजूद थे। इन्हें बाहर निकाला गया और उनके घरों के लिए रवाना कर दिया गया।
#प्रयागराज:- नकली नोट की फैक्ट्री बने जामिया हबीबिया मदरसे को किया सील
— दार्शनिक समाचार (@Darshniksamacha) September 4, 2024
मदरसे के छात्रों, मौलानाओं और कर्मचारियों को बाहर निकाल कर मदरसा सील कर दिया गया
अवैध निर्माण के चलते सीलिंग की कार्रवाई…नोटिस चस्पा
इस मदरसे में नकली नोट की फैक्ट्री पकड़ी गई थी.@prayagraj_pol#Prayagraj pic.twitter.com/dFimRxcfbs
सीलिंग के लगभग आधे घंटे के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम भी मदरसे पर पहुँची। प्राधिकरण ने वहाँ मदरसे के अवैध होने का बोर्ड लगा दिया। इस बोर्ड पर लिखा था, “अनधिकृत होने के कारण यह निर्माण सील किया गया है। इस निर्माण में सील को तोड़ना, पुनः निर्माण की कोशिश करना तथा किसी प्रकार का क्रय-विक्रय करना अवैधानिक एवं दंडनीय अपराध है।”
बताते चलें कि प्रयागराज पुलिस द्वारा मदरसे में नकली नोट छापने का खुलासा किया था। इसके बाद IB और ATS की टीम जाँच में शामिल हो गई है। मदरसे का मौलवी तफसीरुल पिछले 6 वर्षों से बच्चों को RSS विरोधी और मजहबी कट्टरपंथ का पाठ पठा रहा था। जाँच एजेंसियाँ यहाँ से पढ़ाई कर चुके 630 बच्चों की पड़ताल कर रही है।
जाँच के दौरान यह पता चला कि इस मदरसे को विभिन्न इस्लामी मुल्कों से फंडिंग की जा रही थी। जिन मुल्कों से इस मदरसे को फंडिंग मिल रही थी, उनमें तुर्किए, दुबई और अन्य अरब देश भी शामिल हैं। इन देशों से इस मदरसे को करोड़ों रुपए की फंडिंग की जा रही थी। पुलिस के रडार पर वो खातेदार भी हैं, जिनके एकाउंट में विदेशों से पैसे आते थे।