Monday, December 23, 2024
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मुस्लिम लड़कियाँ स्कूल में क्यों नहीं पहनेंगी हिजाब… 10वीं के लड़के ने किया समर्थन, गुस्साई भीड़ ने कूट डाला: त्रिपुरा के सरकारी स्कूल का मामला

"सभी छात्रों को स्कूल ड्रेस पहन कर स्कूल आने का निर्देश था। इसके बाद मुस्लिम समुदाय की छात्राओं ने कहा कि वे इस निर्देश का पालन नहीं कर सकतीं क्योंकि हिजाब पहनना एक मज़हबी मान्यता है।"

स्कूल में बुरका/हिजाब वाला मामला अब त्रिपुरा भी पहुँच गया। सेपाहिजाला जिले के एक सरकारी स्कूल में इसको लेकर बवाल हुआ। मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनने का समर्थन किया 10वीं कक्षा के एक छात्र ने। प्रधानाध्यापक के कमरे में तोड़फोड़ भी की। प्रतिक्रिया में भीड़ ने उस स्कूली छात्र को जम कर मारा।

शुक्रवार (4 अगस्त 2023) को मारपीट के इस मामले में बुरका/हिजाब का हिंसक समर्थन करने वाला 10वीं का छात्र घायल हो गया। यह घटना कोरोइमुरा हायर सेकेंडरी स्कूल में मुस्लिम समुदाय की लड़कियों द्वारा सिर पर स्कार्फ पहनने को लेकर हिंदू और मुस्लिम छात्रों के बीच हुई बहस के बाद झड़प के कारण हुई।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्कूल में पढ़ने वाले किशोर लड़के ने अपने प्रधानाध्यापक के कमरे में तोड़फोड़ की थी क्योंकि हेडमास्टर ने स्कूल में मुस्लिम लड़कियों को हिजाब के बजाय निर्धारित स्कूल ड्रेस पहनने के लिए कहा था। कहा जा रहा है कि इस विवाद के बाद, स्कूल के बाहर भीड़ जमा हो गई। हिजाब का समर्थन करने वाला छात्र जब स्कूल के बाहर आया तो उसे गुस्साई भीड़ ने कूट दिया।

स्कूल के प्रधानाध्यापक प्रियतोष नंदी ने इस मामले को लेकर बताया:

“मैंने हाल ही में स्कूल के अध्यापकों के साथ एक बैठक के बाद, सभी छात्रों को स्कूल ड्रेस पहन कर स्कूल आने का निर्देश दिया था। इसके बाद मुस्लिम समुदाय की छात्राओं ने कहा कि वे इस निर्देश का पालन नहीं कर सकतीं क्योंकि हिजाब पहनना एक मज़हबी मान्यता है।” 

प्रधानाध्यापक ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी हाल ही में उनसे मुलाकात की थी। उन्होंने आग्रह किया था कि वे छात्रों के धर्म की परवाह किए बिना निर्धारित स्कूल ड्रेस में कक्षाओं में आने के लिए आदेश दें। इसके बाद जब मुस्लिम लड़कियाँ हिजाब पहनकर अपनी कक्षाओं में गईं तो हिंदू छात्रों का एक समूह विरोध में भगवा रंग के कुर्ते में स्कूल पहुँच गया।

प्रधानाध्यापक प्रियतोष नंदी ने बताया कि उन्होंने भगवा कुर्ता पहनने वाले छात्रों से स्कूल यूनिफॉर्म के नियम का पालन करने को कहा था, लेकिन उन छात्रों ने कहा कि वे स्कूल ड्रेस तभी पहनेंगे जब मुस्लिम लड़कियाँ भी स्कूल के पोशाक में संस्थान में आएँगी। 

सेपाहिजाला जिला पुलिस ने इस मामले को लेकर स्पष्ट किया कि यह घटना किसी भी तरह से किसी भी धार्मिक-सांप्रदायिक मुद्दे से संबंधित नहीं थी। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में एक विशिष्ट मामला दर्ज किया गया है और जाँच जारी है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालाँकि छात्र पर हमले को लेकर इलाके में तनाव बरकरार है लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस ने जनता से  शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाह से बचने का आग्रह किया है।

इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस, कानून एवं व्यवस्था के सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) ज्योतिषमान दास ने कहा, “घायल छात्र को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। छात्र बिशालगढ़ पुलिस स्टेशन के अंतर्गत प्रभुरामपुर का रहने वाला बताया गया है।”

गौरतलब है कि त्रिपुरा की घटना पिछले साल कर्नाटक में उभरे ऐसे ही विवाद की याद दिलाती है। तब एक कॉलेज ने कक्षाओं के अंदर हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था। मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। इस घटना के बाद मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित देश के अन्य हिस्सों में भी हिजाब को लेकर विवाद खड़े किए गए थे। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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