दिल्ली पुलिस ने महिलावादी संगठन ‘पिंजरा तोड़’ की दो महिला कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार किया है। उन दोनों का नाम नताशा और देवांगना है। अभी तक उनके बारे में अधिक सूचना नहीं मिल पाई है। कहा गया है कि इन दोनों का दिल्ली में हुए हिन्दू-विरोधी दंगों को भड़काने में हाथ था। पत्रकार राजशेखर झा ने इस सम्बन्ध में ट्वीट कर जानकारी दी। ‘पिंजरा तोड़’ पहले भी इन कारणों से बदनाम रहा है।
Just in: Two women named Natasha and Devangna arrested in the north east Delhi riots case. They are from a group called Pinjda tod, police say.
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) May 23, 2020
बता दें कि कुछ प्रबुद्ध सामाजिक वर्ग के लोगों और ‘पिंजरा तोड़’ जैसे कथित सामाजिक संगठनों के कारण दिल्ली यमुना के आसपास रहने वाले लोग ख़ासी परेशानी में थे। यहाँ के सभी स्थानीय लोग पीड़ित और दुःखी महसूस कर रहे थे। चारों तरफ़ भगदड़ का माहौल था। ये संगठन और कथित प्रबुद्ध जन प्रतिदिन हिंसा भड़काने के काम में लगे रहते हैं और उन्होंने आज जाफराबाद मेन रोड को ही जाम कर दिया था। इससे राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
दरियागंज दिल्ली गेट पर इसी ‘पिंजरा तोड़’ के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पुलिस के साथ झड़प की थी लेकिन इनमें से किसी एक को भी गिरफ़्तार नहीं किया गया था। वो सभी हिंसक हरकतें कर के भाग खड़े हुए थे। फँस गए स्थानीय लोग। स्थानीय लोगों में से कई आज भी पुलिस केस और अदालती कार्रवाइयों का सामना कर रहे हैं। करनी उनकी और भुगतना हमें पड़ रहा है।