बॉलीवुड अभिनेता सलमान के मुंबई स्थित अपार्टमेंट के आगे रविवार (14 अप्रैल, 2024) को गोलियाँ चली थीं। हमले की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के भाई अनमोल ने ली थी। पुलिस ने इस गोलीकांड में आरोपित 2 शूटरों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान 24 साल के विक्की साहब गुप्ता और 21 वर्षीय श्रीजोगेंद्र पाल के तौर पर हुई हैं। दोनों को गुजरात के भुज के कच्छ से पकड़ा गया है। दोनों शूटर सलमान खान के घर के पास लगभग 15 दिनों तक रुके थे।
इस दौरान सलमान के घर और फार्म हाउस तक की रेकी की गई थी। विक्की और श्रीजोगेंद्र ने पुलिस को बताया कि उनका मकसद सलमान खान को मारना नहीं बल्कि चेतावनी देना था। अदालत ने दोनों शूटरों को 25 मार्च तक के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक सलमान खान के बांद्रा इलाके में बने गैलेक्सी आपर्टमेंट पर हमला करने वाले दोनों शूटर लगभग 15 दिनों तक मुंबई के पनवेल इलाके में किराये के मकान में रुके थे। इस किराये के मकान की दूरी सलमान के आवास से लगभग 10 किलोमीटर है। इस दौरान दोनों ने 4 बार सलमान के अपार्टमेंट की रेकी की थी। वो सलमान खान के फार्म हाउस भी गए थे। दोनों की मुलाक़ात लॉरेंस विश्नोई के ख़ास कहे जाने वाले रोहित गोदारा से भी हो चुकी थी। यहीं उन्हें सलमान खान के घर पर फायरिंग का टास्क मिला था। इन दोनों के कनेक्शन सीधे तौर पर लॉरेंस के भाई अनमोल विश्नोई से जुड़े बताए जा रहे हैं।
TOI ने पुलिस सूत्रों के माध्यम से बताया है कि दोनों शूटरों का मकसद सलमान खान को मारने के बजाय डराना था। ये दोनों सलमान के घर पर तब गोलियाँ चलाना चाह रहे थे जब ईद के 2 दिन बाद अभिनेता अपने घर के बालकनी से प्रसंशकों का अभिवादन स्वीकार करने वाला था। हालाँकि, तब पुलिस की कड़ी सुरक्षा को देखते हुए दोनों ने अपने प्लान को टाल दिया था। अगले दिन रविवार को सुबह 5 बजे इन दोनों सलमान के घर पर गोलियाँ बरसाईं। एक गोली का बालकनी की तरफ भी चलाई गई थी। गोली चलाने के लिए देसी पिस्टल प्रयोग में लाई गई थी।
सलमान के घर पर हमले में प्रयोग हुई बाइक को दोनों शूटरों ने 20 हजार रुपए में खरीदा था। बाइक बेचने वाला व्यक्ति उसका असल मालिक नहीं था। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बाइक के असल मालिक और उसको बिकवाने वाले ब्रोकर को खोज निकाला है। इन दोनों से सोमवार (15 अप्रैल, 2024) को पूछताछ की गई है। HT मीडिया के मुताबिक, सलमान के घर पर गोली चलाने के बाद दोनों हमलावर बाइक से वहाँ से फरार हुए थे। थोड़ी दूर जा कर उन्होंने बाइक छोड़ दी और ऑटो रिक्शा ले कर बांद्रा स्टेशन पहुँचे। यहाँ से दोनों लोकल ट्रेन पकड़ कर सांताक्रूज तक आए।
सांताक्रूज पूर्व स्टेशन से दोनों आरोपित पैदल ही बाहर निकले। पुलिस के पास आगे की मूवमेंट की वीडियो फुटेज नहीं है। हालाँकि, पुलिस को आशंका है कि सांताक्रूज से दोनों आरोपित फ्लाइट पकड़ कर कहीं फरार हुए थे। वहीं घटना की जिम्मेदारी लेते लॉरेंस विश्नोई के भाई अनमोल के नाम से वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट की सत्यता पर भी पुलिस अभी तक संदेह में है। पुलिस का मानना है कि कई बार ऐसी पोस्ट फर्जी हैंडलों द्वारा भी की जाती है।