उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के निर्देश के बाद उमेश पाल हत्याकांड के सभी आरोपितों के घरों और ठिकानों को मिट्टी में मिलाया जा रहा है। खालिद जफर का दो मंजिला मकान जमीदोंज करने के एक दिन बाद गुरुवार (2 मार्च 2023) को माफिया अतीक अहमद के सहयोगी सफदर अली के प्रयागराज में चकिया इलाके में स्थित घर पर बाबा का बुलडोजर चलाया गया। विकास प्राधिकरण और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुँचकर इस कार्रवाई को अंजाम दे रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके गनर की हत्या के मामले में यूपी पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। इस कड़ी में एक के बाद माफिया अतीक अहमद और उसे गुर्गों की अवैध इमारतों पर बुलडोजर चल रहा है। असलहा सप्लाई करने के आरोपित और अतीक अहमद के करीबी सफदर अली के घर पर बुलडोजर चलाने से पहले उसके अंदर रखा गया सामान बाहर निकाला गया। फिर घर का बिजली कनेक्शन काटने के बाद कार्रवाई की गई।
#WATCH उत्तर प्रदेश: अतीक अहमद के सहयोगी सफदर अली की प्रयागराज के चकिया इलाके में संपत्ति गिराए जाने की कार्रवाई शुरू हुई। pic.twitter.com/vYosdnZpQB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 2, 2023
वहीं, सफदर अली ने कार्रवाई से पहले मीडियाकर्मियों को बताया, “इस मामले में हमारा कोई संबंध नहीं है। हमने कभी भी असलहे की सप्लाई नहीं की है। किसी ने गलत शिकायत करके ऐसा करवाया है।” उसने आगे कहा, “अगर इसमें कुछ भी मिलता है, तो हम अपनी जबान कटवा देंगे। मेरा अतीक अहमद से कोई मेलजोल नहीं है।”
सफदर अली ने बयान दिया की मेरा कोई संबंध नहीं है। हमने कभी भी असलहे की सप्लाई नहीं की है।#UmeshPalCase #ViralVideo @Live_Hindustan pic.twitter.com/X75dqgTNfy
— Hindustan UP-Bihar (@HindustanUPBH) March 2, 2023
गौरतलब है कि बुधवार (1 मार्च 2023) को प्रशासन ने खालिद जफर के घर को गिरा दिया था। कहा जा रहा है कि हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन इसी घर में रुकी हुई थी। शाइस्ता परवीन के वकील सौलत का कहना है कि सितंबर 2020 में माफिया अतीक अहमद के अवैध घर पर बुलडोजर चलने के बाद से अतीक की बीवी शाइस्ता इसी घर में किराए पर रह रही थी।
बता दें कि उमेश पाल की हत्या के मामले में पुलिस ने अतीक अहमद के भाई, बेटों और बीवी समेत दर्जन भर गुर्गों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल हत्या के इस मामले के ज्यादातर आरोपित फरार हैं। आरोपितों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।