उत्तर प्रदेश का कानपुर इन दिनों लव जिहाद (Love Jihad) के मामलों को लेकर चर्चा में है। कानपुर से सटे उन्नाव से भी इस तरह का मामला सामने आया है। आरोप है कि समुदाय विशेष के एक युवक ने पहले नाबालिग हिंदू को प्रेमजाल में फँसाया फिर बहला-फुसलाकर उसे अगवा कर ले गया।
आरोपित युवक लड़की के घर वालों को जान से मारने की धमकी भी दे रहा है। परिजनों ने एसपी आवास पहुँचकर बच्ची की घर वापसी की गुहार लगाई है। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ आईपीसी की धारा 363/ 366 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला बांगरमऊ थाना क्षेत्र के कोतवाली कस्बा का बताया जा रहा है। आरोप यह भी है कि शुरुआत में पुलिस ने रिपोर्ट लिखने में टालमटोल की थी। यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस ने आधार कार्ड न होने की वजह से रिपोर्ट लिखने से इनकार कर दिया। हमने इस बाबत बांगरमऊ पुलिस स्टेशन से बात करने की कोशिश की, मगर संपर्क नहीं हो पाया।
जानकारी के मुताबिक पुलिस के रिपोर्ट दर्ज न करने के बाद पीड़िता की माँ ने एसपी से मुलाकात कर पूरी घटना उन्हें बताई। एसपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित थाना प्रभारी को रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया। पीड़िता की माँ एसपी आवास पहुँचकर अपनी नाबालिग बेटी की घर वापसी के लिए गुहार लगाई है।
माँ ने बताया कि 4 सितंबर की रात 10 बजे उनकी 16 वर्षीय पुत्री को पड़ोस का युवक अपने घर बुला ले गया। इसके बाद गाँव के ही हसीब (पुत्र: हसीन) ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया। उन्होंने बताया कि हसीब ने पहले नाबालिग को प्रेमजाल में फँसाया फिर ब्रेनवॉश कर बहला-फुसलाकर उसे कहीं ले गया। माँ के मुताबिक वारदात वाले घर से आरोपित का चप्पल और मोबाइल मिला है।
हिंदू जागरण मंच के जिला प्रभारी मंत्री विमल द्विदी ने कहा कि लव जेहाद की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी यूपी में तमाम जगहों पर इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन पुलिस हर बार मामलों को हल्के में लेकर निपटा देती है। पुलिस इन मामलों में सख्ती करे तो ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। उनका कहना है कि ऐसे पुलिस अधिकारियों की वजह से योगी सरकार की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने योगी सरकार और एसपी से बांगरमऊ कोतवाली प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की माँग की है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में ‘लव जिहाद’ की बढ़ती घटनाओं के बीच सख्त हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को इस मामले में कड़े निर्देश दिए थे। उन्होंने पुलिस से कहा था कि एक कार्ययोजना बना कर ऐसी घटनाओं को चिह्नित किया जाए और फिर कार्रवाई की जाए। लड़कियों को धोखे में डाल कर उन्हें प्रताड़ित किए जाने वाली घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार ने गृह विभाग को निर्देश दिए थे।