रोहिंग्या को लेकर यूपी एटीएस ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार (6 दिसंबर, 2021) को हुई छापेमारी के दौरान एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड ने म्यांमार के रहने वाले अजीजुल हक उर्फ अजीजुल्लाह को खलीलाबाद, संत कबीर नगर से गिरफ्तार किया है। टीम ने उसके पास से 2 भारतीय पासपोर्ट, 3 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड समेत कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए है।
म्यांमार का रहने वाले अजीजुल हक उर्फ अजीजुल्लाह को यूपी एटीएस ने गिरफ़्तार किया है। उसके पास से 2 पासपोर्ट और फर्जी दस्तावेज़ बरामद किए गए हैं। अजीजुल्लाह के खाते में विदेश से काफी मात्रा में पैसा आया है, जिसकी जांच की जा रही है : प्रशांत कुमार, ADG कानून-व्यवस्था, उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/mAL8k04tBJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 6, 2021
अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया, “म्यांमार का रहने वाले अजीजुल हक उर्फ अजीजुल्लाह को यूपी एटीएस ने गिरफ़्तार किया है। उसके पास से 2 पासपोर्ट और फर्जी दस्तावेज़ बरामद किए गए हैं। अजीजुल्लाह के खाते में विदेश से काफी मात्रा में पैसा आया है, जिसकी जाँच की जा रही है।”
प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस को रोहिंग्या निवासियों को लेकर खुफिया जानकारी मिली थी। जिसके आधार पर आज बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार म्यांमार निवासी रोहिंग्या अवैध रूप से भारत में प्रवेश करके सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर में रह रहा है। उसके पास से दो पासपोर्ट, फर्जी राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैनकार्ड बरामद किया गया है जोकि फर्जी मार्कशीट और प्राथमिक पाठशाला के ट्रांसफर सर्टिफिकेशट के आधार पर बनवाए गए हैं।
अधिकारी ने आगे बताया कि इन पासपोर्ट पर इसने सऊदी अरब और बांग्लादेश की यात्रा की। यहीं नहीं उसने 2017 में अपनी माँ, बहन और दो भाइयों को भी अवैध रूप से भारत में प्रवेश कराया और उनके भी फर्जी दस्तावेज बनवाए। इन सबके लिए अजीजुल्लाह के खाते में विभिन्न व्यक्तियों, फर्मों और विदेशों से भी काफी पैसा आया है, जिसकी जाँच की जा रही है।
पुलिस इस मामले से जुड़े और कनेक्शन को जानने के लिए आरोपित के फोन की गहन पड़ताल कर रही है। एटीएस की टीमें अब उससे मिली जानकारी के आधार पर कई और जगह रेड मार रही हैं।
उन्होंने बताया कि, “यूपी एटीएस दूसरे राज्यों में भी जाँच कर रही है, जिससे अजीजुल्लाह के सहयोगियों का विवरण और साक्ष्य संकलित किए जा सके। वहीं अभियुक्त से मिली जानकारी पर यूपी के कई अन्य जिलों में भी दबिश दी जा रही है और संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है।”
एडीजी ने बताया, “इसके पास से दो भारतीय पासपोर्ट, 3 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, तीन डेबिट कार्ड, राशन कार्ड और 5 बैंकों की पासबुक मिली हैं। ये मूल रूप से म्यांमार में नयाफारा, थाना बुलिडंग, जिला आक्याब रखाइन का रहने वाला है और इस समय संत कबीर नगर में नौरो गाँव, पोस्ट व थाना बखिरा, चमरसन में रह रहा था।”
उल्लेखनीय है कि पूछताछ के दौरान आरोपित अजीजुल्लाह ने बताया कि बांग्लादेश के रास्ते 2001 में वह भारत आया था। आरोपित जहाँ रह रहा था उसने बताया कि अजीजुल्लाह उसका सगा बेटा नहीं है और न ही उसका रिश्तेदार है। बल्कि उसके बेटे इनायत उल्ला को मुंबई में मिला था। अजीजुल्लाह ने खुद को अनाथ बताया, जिस पर उसे दया आ गई और उसे वह घर ले आया।
बदरे आलम ने बताया कि उसने अजीजुल्लाह का नाम अपने राशनकार्ड में दर्ज करवा दिया, जिसके आधार पर इसने भारतीय पासपोर्ट और अन्य कागजात बनवा लिए। वहीं अजीजुल्लाह ने बताया कि 2002 से भारत में रह रहा है और वर्ष 2017 में उसने अपनी माँ आबिदा खतून, बहन फातिमा खातू, दो भाई जिया उल हक और मोहम्मद नूर को भी भारत ले आया। उसका भाई जिया उल हक इस समय नासिक में रहता है, वहीं बहनोई नूर आलम और भाई मोहम्मद नूर खलीलाबाद आने के बाद कहीं चले गए हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में टेरर फंडिंग और रोहिंग्या निवासियों की तलाश में यूपी ATS ने संदिग्धों की तलाश में संत कबीर नगर स्थित खलीलाबाद, बस्ती और अलीगढ़ समेत कई जिलों में छापेमारी की थी। इस दौरान खलीलाबाद से जेई अब्दुल मन्नान सहित करीब आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्ध लोगों को ATS ने हिरासत में लिया था।