उत्तर प्रदेश के बागपत में एक 52 वर्षीय व्यक्ति का सिर विहीन शव मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने दो लोगों रियासत खान (35) और जावेद (30) को गिरफ्तार किया है। मृतक शहजाद ने कर्ज लिया था, जिसे चुका नहीं पाने के कारण उसकी हत्या कर दी गई। बीते मंगलवार (13 जुलाई 2021) को उसके परिजनों ने दिल्ली के सीमापुरी थाने में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तीन दिन बाद बागपत में उसका सिर विहीन शव मिला। उसके सिर का अब तक पता नहीं चल सका है।
इस मामले में जिला पुलिस, स्पेशल टीम के अलावा AATS की टीमों को तैनात किया गया था। शहजाद का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्ड्स खँगाले गए। इससे पता चला कि आखिरी बार वह सोमवार (12 जुलाई 2021) को अपने घर की ओर जाता हुआ दिखाई दिया था। वह दिल्ली के ओल्ड सीमापुरी का रहने वाला था। जाँच टीम को कुछ नामों का पता चला था, जिसके बाद छापा मारकर रियासत खान और जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया। खान शहजाद का पड़ोसी है और एक-दूसरे को सालों से जानते थे। दोनों पेशे से ड्राइवर हैं।
पूछताछ के दौरान खान ने बताया है कि पिछले साल जब शहजाद बेरोजगार था तो उसने उसे 25,000 रुपए का कर्ज दिया था। खान ने कहा कि जब उसने शहजाद से अपने पैसे माँगे तो उसने न केवल गालियाँ दीं, बल्कि परिवार को भी चोट पहुँचाने की धमकी दी। उसकी इन्हीं हरकतों से परेशान होकर खान ने उससे बदला लेने की ठानी। पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने उसकी हत्या कर उसके शव को मुरादनगर में एक नहर के पास फेंक दिया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक शाहदरा के डीसीपी R सथियासुंदरम ने बताया, “जानकारी मिलने के बाद शव के बारे में पास के थानों को सूचित किया गया और हमने शहजाद के परिजनों को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कपड़ों और जूते की शिनाख्त कर उसके शव की पहचान की।”
केस में नया एंगल
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक शहजाद की हत्या उसके बेटे आसिफ की लव मैरिज के चलते की गई। इसमें बताया गया है कि लड़की के परिजन निकाह से खुश नहीं थे। पहले भी शहजाद की हत्या करने की कोशिश की गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार सोमवार (12 जुलाई 2021) को खान ने शहजाद को काम का दिलाने का वादा कर आम खरीदने के लिए बागपत चलने के लिए कहा था। खान ने ही जावेद को भी फोन किया और दोनों को बागपत ले गया। रिपोर्ट के मुताबिक अनुसार, पुलिस ने कहा है कि खान ने अपने भतीजे नदीम को भी फोन किया था, जिसने उन लोगों के लिए शराब खरीदा था और शहजाद को भी उसे दिया गया था।
इसके बाद आरोपितों के ग्रुप बागपत में खेकरा स्थित एक खेत में गया, जहाँ सभी ने धारदार हथियार से शहजाद की गर्दन और उसके पेट पर हमला कर दिया। कथित तौर पर आरोपित वारदात के दौरान नशे में थे। उन्होंने शहजाद का सिर काटने के बाद उसे मुरादनगर की नहर में फेंक दिया।